वर्ल्ड कप 2019 में भारत की हार के बावजूद रवि शास्त्री को एक बार फिर से टीम इंडिया का हेड कोच चुना गया. शास्त्री को कपिल देव की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति ने हेड कोच नियुक्त किया. अगले दो साल में 2020 और 2021 में आईसीसी के दो बड़े टी-20 टूर्नामेंट होने हैं. शास्त्री का नया कार्यकाल टी-20 विश्व कप-2021 तक होगा. बता दें कि रवि शास्त्री के हेड कोच रहते टीम इंडिया कभी भी कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकी. रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच दोबारा बनाए जाने पर पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने बड़ा बयान दिया है. सौरव गांगुली ने इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा, ‘शास्त्री को हेड कोच के तौर पर अपना चयन सही साबित करने के लिए टीम इंडिया को बड़े टूर्नामेंट जितवाने होंगे.’
सौरव गांगुली ने कहा, ‘शास्त्री को टीम इंडिया को बड़े टूर्नामेंट जितवाने होंगे. वह पिछले पांच साल से टीम इंडिया के कोच की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. साथ ही उन्हें दो और सालों के लिए टीम इंडिया के कोचिंग की जिम्मेदारी मिली है.’
गांगुली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में किसी को भी इतने लंबे समय तक टीम इंडिया की जिम्मेदारी मिली है. शास्त्री के पास दो टी-20 वर्ल्ड कप हैं और इस तरह के बड़े टूर्नामेंट में भारत को उन्हें जीत दिलाने की जरूरत है.’ बता दें कि गांगुली उस क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का हिस्सा थे जिसने 2016 में अनिल कुंबले को टीम इंडिया के कोच के रूप में चुना था, इसके बाद विराट कोहली के साथ उनके संबंधों में खटास के बाद शास्त्री को टीम इंडिया का कोच बनाया गया. 2017 में भी गांगुली सीएसी के सदस्य थे.
शास्त्री को अनिल कुंबले का कार्यकाल विवादास्पद परिस्थितियों में बीच में समाप्त हो जाने के बाद 2017 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था. यह 57 वर्षीय पूर्व कप्तान अगस्त 2014 से जून 2016 तक भारतीय टीम का निदेशक भी रहा था. रवि शास्त्री के हेड कोच रहते टीम इंडिया कभी भी कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकी. हाल ही में भारत वर्ल्ड कप 2019 के लीग दौर में टेबल टॉपर रहा, लेकिन इसके बावजूद खिताब का प्रबल दावेदार भारत चौथे नंबर वाली न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गया. भारत के पास तीसरा वर्ल्ड कप जीतने का अच्छा मौका था, लेकिन उसे वह भुना नहीं पाया. अगस्त 2014 से जून 2016 तक रवि शास्त्री को टीम इंडिया का डायरेक्टर बनाया गया था.
उनके कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया को 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा भारत के पास अपने ही देश में 2016 टी-20 वर्ल्ड कप जीतने का अच्छा मौका था, लेकिन सेमीफाइनल में टीम इंडिया वेस्टइंडीज से हार गई. पिछले साल साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के दौरे पर भारत टेस्ट सीरीज जीतने का प्रबल दावेदार था, लेकिन शास्त्री की कोचिंग में साउथ अफ्रीका में वह 2-1 और इंग्लैंड में 4-1 से सीरीज हार गया.
इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज के दौरान भारत ने 3 टेस्ट मैच तो जीत की स्थिति में पहुंचने के बावजूद अंतिम मौकों पर गंवा दिए. पिछले दो वर्षों में टीम इंडिया को इंग्लैंड में वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. साथ ही शास्त्री की कोचिंग में इस साल वर्ल्ड कप से ठीक पहले फरवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को घरेलू मैदान पर वनडे सीरीज में हराया था. शास्त्री की कोचिंग में पिछले दो साल से टीम इंडिया नंबर चार के बल्लेबाज को ढूंढ़ने में नाकाम रही है. वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद भी शास्त्री की इस नंबर के लिए तलाश पूरी नहीं हुई. इस दौरान नंबर चार पर कई खिलाड़ियों को आजमाकर टीम से बाहर कर दिया गया. हालांकि टीम ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था.