आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी।ऐतिहासिक नगरी चंदेरी में डोल ग्यारस का अपना ही महत्व है शहर में वर्ष में एक बार सभी समाज के विमान भ्रमण पर निकलते हैं लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते सभी के द्वारा अपने-अपने मंदिरों पर ही भगवान की पूजा अर्चना की गई। लक्ष्मण मंदिर परमेश्वर ताल जहां सभी विमान जलविहार को जाते थे वह सभी परमेश्वर ताल का जल मंदिरों में ले गये और भगवान का जलविहार कराया।
डोल ग्यारस पर लक्ष्मण मंदिर पर जब एक भी विमान जलविहार के लिए नहीं पहुंचे तो लक्ष्मण मंदिर जी महाराज की ओर से सभी मंदिरों को भोग लगाने प्रसाद भेजा गया ।चंदेरी में एक और परंपरा सैकड़ों वर्षो से चली आ रही थी जिसमें बड़े भाई भगवान राम जिनका विमान रघुनाथ जी मंदिर से जाता था जो अपने छोटे अनुज लक्ष्मण जी से मिलने पहुंचते थे जिनकी अगवानी लक्ष्मण मंदिर के पुजारी करते थे आज रघुनाथ जी मंदिर से केवल एक छोटे से सिंहासन को सिर पर रखकर लक्ष्मण मंदिर ले जाया गया जिसकी आगवानी पुजारी द्वारा की गई। रघुनाथ जी महाराज का सिंहासन 24 घंटे तक लक्ष्मण मंदिर में ही रहेगा ।मंदिर परिसर में लाइटिंग पंडित हिमांशु पुरोहित द्वारा कराई गई जो की ढोल ग्यारस पर लक्ष्मण जी मंदिर के लिए आकर्षण का केंद्र रहती है।