फिल्म अभिनेता सह भाजपा सांसद शत्रुघ्नन सिन्हा और उनके राजनीतिक सलाहकार शैबाल सहाय ने शनिवार को रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद से मुलाकात की। मुलाकात के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद पारिवारिक मित्र हैं। उनका कुशल क्षेम जानने आता हूं।
लालू प्रसाद से लगभग दो घंटे तक मुलाकात के बाद भी उन्होंने अपनी आगे की राजनीति के बारे में कुछ नहीं कहा। भाजपा को छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने या राजद का लालटेन जलाने के सवाल पर उन्होंने इंतजार करने की बात कही। कहा कि समय आने पर सब कुछ साफ हो जाएगा। उन्होंने तेजस्वी की तारीफ करते हुए उन्हें बिहार का भविष्य बताया। जबकि जीतनराम माझी को परिपक्व नेता बताया। कहा कि माझी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे महागठबंधन को क्षति हो।
राहुल गांधी से मिलने के सवाल पर शत्रुघ्नन सिन्हा ने कहा कि उनसे नजदीकी संबंध हैं। वे राहुल गांधी से जरूर मिलने जाएंगे। राहुल गांधी को एक जबरदस्त नेता बताते हुए उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बनने के बाद तीन राज्यों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। यह राहुल गांधी की परिपक्वता दर्शाती है। पाकिस्तान से युद्ध की आशंका के सवाल पर कहा कि देश से बढ़ कर कुछ नहीं है। मैं कई दफा पाकिस्तान गया हूं। लेकिन इस वक्त मामला दोस्त का नहीं, देश का है।
गेट पर करना पड़ा इंतजार
लालू प्रसाद से मिलने जा रहे शत्रुघ्न सिन्हा को सुरक्षाकर्मियों ने हस्ताक्षर व अन्य प्रक्रिया के लिए लगभग 10 मिनट तक गेट पर रोके रखा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा अपने राजनीतिक सलाहकार शैबाल सहाय के साथ अंदर गए। जबकि, राकेश रंजन व एक अन्य नेता को अंदर जाने से रोक दिया। उनसे पहले राजद नेता लोकेश चौधरी ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात की। हालांकि जब वह अंदर गए उनके साथ उनका बॉडी गार्ड भी अंदर हॉल तक चला गया। जिसे वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने बाहर कर दिया।