(अनिल यादव)
आम सभा, सिरोंज।
सिरोंज बासौदा तिराहा से भोपाल रोड महामाया गेट तक करीब 5.75 किलोमीटर का मार्ग मध्यप्रदेश शासन से स्वीकृत होकर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही स्थानीय पूंजीपति एवं भू व्यवसायी संभावित रूट पर भूमि क्रय हेतु सक्रिय हो गए एवं गुप्त समझौते का दौर चल पड़ा परंतु यह स्पष्ट नहीं की किस स्थान से मार्ग बनाया जाएगा फिर बड़े पैमाने पर भूमियों का क्रय विक्रय हुआ भू अधिग्रहण की कार्यवाही यदि समय पर पूर्ण हुई होती तो यह क्रय विक्रय एवं गुप्त समझौतों का दौर समाप्त हो जाता एक महा पूर्व साकलोंन रोड से शासकीय रास्ता सर्वे क्रमांक 544 लोक निर्माण विभाग एवं राजस्व विभाग द्वारा निशानदेही के एतवार से चीरे गाड़े जाते हैं दूसरे दिन ज्यादातर चीरे उखाड़ लिए जाते हैं कुछ अभी मौजूद हैं संदेह उत्पन्न होता है की कोई भू स्वामी से गुप्त समझौता हो सकता है चार दिवस पूर्व दोनों विभाग के कर्मचारी रोड को टेढ़ा करते हैं टेंडर के बाद क्रय विक्रय भूमियों को तथा गुप्त समझौता वाले भू स्वामियों कोलपहुंचाने की दृष्टि से रोड को टेढ़ा व घुमावदार करते हुए गड्ढे खोद दिए विक्रय भूमि सर्वे क्रमांक 445/1 दो बीघा 445/2 एक बीघा 445/3 चार बीघा स्थानीय पूंजीपतियों ने खरीदा हद तो वहां हो गई मंडला निवासी एक व्यक्ति ने भी इस रूट पर सर्वे क्रमांक 443 मिन 402 / 2 मिन रकवा 1/2 भाग भूमि क्रय की जो की विक्रेता के कब्जे में भी नहीं है इससे यह कहना गलत ना होगा कि यह रोड एक समझौता व्यवसाय बन गया है यह हालात मात्र 1 किलोमीटर के दायरे का है जबकि रोड की लंबाई 5.75 किलोमीटर है इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कितने बड़े पैमाने पर क्रय विक्रय एवं गुप्त समझौते हुए होंगे इस तरह के हालात पर रोड बनता है तो दुर्घटना एवं जनहानि का खतरा बना रहेगा साथ ही लटेरी से निर्माणाधीन रोड पर पहुंचने वाले शासकीय मेढे सर्वे क्रमांक 442 व 403 प्रस्तावित पुल के नीचे पहुंचेंगे जो की राहगीर रोड की पहुंच से वंचित रहेंगे रिंग रोड को निर्धारित स्थलों के बीच सीधा एवं जनहित कारी बनाए जाने हेतु समाजवादी नेता असलम गौरी ने अनुविभागीय अधिकारी सिरोंज एवं जिलाधीश महोदय विदिशा कार्यपालनयंत्री लोक निर्माण विभाग विदिशा सहित वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित आवेदन देकर रोड को आड़ा टेढ़ा करने से रोका जाने हेतु एवं गुप्त समझौते से बचाया जाए ताकि भविष्य में किन्हीं भी दुर्घटनाओं से जनहानि ना हो सके एवं वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा स्थल निरीक्षण कर तकनिकी मापदंडो के अनुरूप जनसुबीधा हेतू उचित कार्यवाही की जाए।