नई दिल्ली
संसद में सोमवार को पहले दिन 17वीं लोकसभा का नजारा काफी कुछ बदला हुआ था। कुछ चेहरे नए थे, तो कुछ कद्दावर चेहरे गायब थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत चुने हुए सभी नए सांसदों को 17वीं लोकसभा के पहले दिन पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। लोकसभा में मोदी के शपथ ग्रहण के दौरान बीजेपी सांसद जोश में ‘मोदी-मोदी’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते नजर आए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आज पहुंचेंगे संसद
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसद में नजर नहीं आने को लेकर अटकलें लग रही थीं। हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा सदस्य के तौर पर आज ही शपथ लेने की बात की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘लोकसभा सदस्य के तौर पर आज चौथी बार मेरा कार्यकाल शुरू हो रहा है। वायनाड (केरल) के प्रतिनिधि की तौर मैं आज दोपहर में शपथ लूंगा, पूरी दृढ़ता से भारतीय संविधान के प्रति पूरी सच्चाई और निष्ठा की शपथ।’
शपथ ग्रहण के साथ ही कई नए चेहरे शामिल हुए और उनकी नई जगह ने सबका ध्यान खींचा। अमित शाह को गृहमंत्री बनाए जाने के बाद ऐसी अटकलें थीं कि शाह को ही सरकार में नंबर 2 का दर्जा मिल सकता है। हालांकि, सब अटकलों पर विराम लगाते हुए आज नजर आया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ही सरकार में नंबर 2 रहेंगे, उन्हें पीएम मोदी के बगल वाली सीट मिली। बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, पिछली लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि कुछ ऐसे नेता हैं, जो इस लोकसभा का हिस्सा नहीं हैं।
सुषमा स्वराज की सीट पर शाह, आडवाणी की जगह पर गहलोत
पिछली सरकार में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। सुषमा जिस जगह पर बैठती थीं वह जगह इस बार अमित शाह को मिली है। पिछली लोकसभा में जो सीट पर लालकृष्ण आडवाणी की थी, वह सीट पर इस बार राजस्थान से सांसद थावरचंद गहलोत को मिली है। परंपरा के अनुसार सबसे पहले प्रधानमंत्री ने शपथ ली। पीएम मोदी जब शपथ लेने आए तो बीजेपी सांसदों ने मेज थपथपाकर मोदी-मोदी के नारों से स्वागत किया। पीएम मोदी ने हिंदी में पद की शपथ ली। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने पंजाबी में जबकि, अमित शाह, राजनाथ सिंह ने हिंदी में ही शपथ ली।
स्मृति के लिए बजीं खूब तालियां
अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर पहली बार निचले सदन के सदस्य के रूप में पहुंचीं केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने सोमवार को जब 17वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली तो बीजेपी के सांसदों ने काफी देर तक मेजें थपथपाकर उनका अभिनंदन किया। जैसे ही स्मृति का नाम शपथ ग्रहण के लिए बोला गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, अन्य केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों समेत सत्तारूढ़ बीजेपी सदस्यों को देर तक मेजें थपथपाते देखा गया। स्मृति इरानी ने हिंदी में शपथ लेने के बाद कार्यवाहक लोकसभा अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार का अभिनंदन किया। उन्होंने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत अन्य विपक्षी नेताओं का भी हाथ जोड़कर अभिनंदन किया। सोनिया ने भी हाथ जोड़कर स्मृति का अभिवादन किया। सदन में राहुल गांधी उपस्थित नहीं थे।
पहली पंक्ति में नजर आए कई केंद्रीय मंत्री
मोदी कैबिनेट के कई वरिष्ठ मंत्री पहली पंक्ति में नजर आए। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, और पटना साहिब लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा को हराकर सदन पहुंचे रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर और हरसिमरत कौर पहली पंक्ति में दिखे। रामविलास पासवान भी सदन में मंत्री होने के कारण मौजूद थे, लेकिन इस बार वह लोकसभा के सदस्य नहीं है। माना जा रहा है कि खाली हुई राज्यसभा की सीटों में से एक सीट से उन्हें राज्य सभा भेजा जाएगा। चुनाव से पहले ही एलजेपी और बीजेपी के बीच यह समझौता हो गया था।
इस बार कई दिग्गज चेहरे सदन में नहीं दिखेंगे
कांग्रेस और बीजेपी दोनों के ही कई दिग्गज चेहरे इस बार सदन में नजर नहीं आएंगे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे दिग्गजों ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा। कांग्रेस के कई बड़े चेहरे मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंदर हुड्डा चुनाव हारने के कारण सदन में नहीं नजर आएंगे।