हिंदू महासभा की एक कथित महिला नेता ने बुधवार को महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारकर नाथूराम गोडसे का ‘शहीदी’ दिवस मनाया. 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. एक साल बाद उसे फांसी दे दी गई थी.
पूजा शकुन पांडेय नाम की यह महिला नेता हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव है. पांडेय ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गांधी के पुतले को गोली मारी. उस वक्त महासभा के अन्य कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे. गोली मारने के बाद पुतले से ‘खून’ बहते हुए भी दिखाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, ‘शहीदी’ दिवस मनाने के बाद पांडेय ने अपने सहयोगियों और महासभा के कार्यकर्ताओं को मिठाई बांटी और खुशियां मनाईं. गोडसे, जिसने गांधी की हत्या की, उसे अखिल भारत महासभा से कथित तौर पर जुड़ा बताया जाता है.
गोडसे की पुण्यतिथि को अखिल भारत हिंदू महासभा हमेशा से शौर्य दिवस या शहीदी दिवस के रूप में मनाता है. हालांकि आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि गांधी के पुतले को गोली मारकर यह दिवस मनाया गया हो. रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि शकुन पांडे जिस गुट से जुड़ी है, वह असली हिंदू महासभा से संबंधित नहीं है.
बुधवार को पूरे देश ने महात्मा गांधी की 71वीं पुण्य तिथि मनाई. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद किया और उनकी उपलब्धियों के बारे में देशवासियों को बताया. इसी के साथ दोनों नेताओं ने बापू को श्रद्धांजलि भी दी. राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा, “शहीद दिवस पर हम महात्मा गांधी और देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं.”
हिंदू महासभा ने पूर्व में गोडसे के मंदिर और स्टैच्यू बनाने की भी कई कोशिशें की हैं जिसे पुलिस ने विफल कर दिया है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मंदिर बनाने के लिए गोडसे की मूर्ति का शिलान्यास किया गया. मामला तूल पकड़ने पर पुलिस ने उस परिसर को सील कर दिया. उत्तर प्रदेश के सीतापुर और मेरठ से ऐसी खबरें आईं जिसमें गोडसे की मूर्ति बनाने की तैयारी थी लेकिन इस योजना को नाकाम कर दिया गया.