महान कूटनीतिक और विद्वान आचार्य चाणक्य की बातें आज भी लोगों के जीवन को वैसा ही सरल बनाने का काम कर रही हैं, जैसा कभी सदियों पहले किया करती होंगी। आचार्य ने अपनी नीतियों के जरिए जीवन से जुड़े लगभग हर एक पहलू पर अपने विचार रखे हैं। किस स्थिति में इंसान को क्या करना चाहिए उससे ले कर सफलता के शीर्ष पर पहुंचने के लिए क्या सूत्र अपनाएं जाएं, आचार्य की नीतियों में इन सभी का जिक्र है। आचार्य ने अपनी नीति में बुद्धिमान लोगों की आदतों का भी जिक्र किया है, जिन्हें अपनाकर कोई भी व्यक्ति सफलता प्राप्त कर सकता है। आज हम आचार्य की नीतियों से ही उन बातों के बारे में बता रहे हैं, जो उनके मुताबिक बुद्धिमान लोग कभी भी किसी दूसरे के साथ साझा नहीं करते हैं। आप भी इन सूत्रों को अपने जीवन पर लागू कर सकते हैं।
अपनी आर्थिक तंगी का नहीं करते लोगों से जिक्र
आचार्य चाणक्य के मुताबिक जो लोग वाकई बुद्धिमान होते हैं, वो किसी के भी सामने अपनी आर्थिक तंगी का जिक्र करते नहीं घूमते। खासतौर से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के सामने वो ऐसी बातें कभी साझा नहीं करते। आचार्य कहते हैं कि जीवन में कभी भी अगर आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, तो उसे अपने तक ही सीमित रखें। लोग आपको इस स्थिति में नीचा दिखाने और झूठी सांत्वना देने के अलावा कुछ नहीं करते। और तो और वो आपके पीठ पीछे आपका मजाक ही बनाते हैं।
पर्सनल लाइफ से जुड़ी परेशानियां
आचार्य चाणक्य के मुताबिक व्यक्ति की समझदारी इसी में है कि वो अपनी व्यक्तिगत समस्याओं का जिक्र हर किसी के आगे ना करे। जीवन में सुख-दुख और कई तरह की परेशानियां लगी ही रहती हैं। इसका मतलब यह नहीं कि कोई भी परेशानी आते ही आप आसपास के सभी लोगों के साथ शेयर कर दें। ज्यादातर लोग आपका मजाक बनाने और फायदा उठाने के अलावा कोई दूसरी मदद नहीं करने वाले। बुद्धिमान लोगों की यही खासियत होती है कि वो अपने व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी बातें ज्यादातर लोगों के सामने नहीं रखते और अपनी प्राइवेट लाइफ जीते हैं।
अपनी पत्नी से जुड़ी चीजें नहीं करते शेयर
आचार्य चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग अपनी पत्नी के बारे में भी लोगों से ज्यादा बाते साझा करने से बचते हैं। अपनी पत्नी का चरित्र, उसके विचार और पर्सनेलिटी जैसी चीजें दूसरे लोगों के साथ ज्यादा खुलकर कभी भी शेयर नहीं करनी चाहिए। आचार्य कहते हैं कि कभी लड़ाई-झगड़ा होने पर या यूं ही कई बार हो सकता है कि आप अपनी पत्नी के बारे में कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर दें, जो कभी बतानी ही नहीं चाहिए थी। इस स्थिति में आपके रिश्ते और मान-सम्मान दोनों को खतरा हो सकता है।
अपनी गरीबी का नहीं पीटते ढोल
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में इस बात का जिक्र कई बार किया है कि किसी भी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति समाज में उसका स्थान तय करती है। जो लोग आर्थिक स्थिति से जितने कमजोर होते हैं, समाज में उन्हें उतनी ही कमजोर नजरों से देखा जाता है। ऐसे में आचार्य के मुताबिक बुद्धिमान व्यक्ति कभी भी अपनी गरीबी का जिक्र बार-बार नहीं करते। ये बिना बेचारा बनें मेहनत करते हैं और अपने दम पर अपना नाम बनाते हैं।
अपने अहंकार से जुड़ी बातें
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो चार लोगों में बैठकर सिर्फ अपने बारे में ही बात करते हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि खुद को ऊपर दिखाने के चक्कर में लंबी-लंबी फेंकने से भी परहेज नहीं करते। आचार्य चाणक्य के मुताबिक यह मूर्खों और कम आत्मविश्वास वाले लोगों की पहचान है। बुद्धिमान लोग कभी भी इस तरह ऊंची-ऊंची नहीं फेंकते बल्कि समझदारी और धैर्य के साथ लोगों से अपनी बात कहते हैं।