हरिओम त्यागी, ग्वालियर ।
स्मार्ट सिटी के कामों को स्मार्ट तरीके से निर्धारित समय से पहले पूरे कराएं। सभी कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता न हो। साथ ही कार्यों को इस प्रकार से अंतिम रूप दें, जिससे लोगों को महसूस हो कि शहर स्मार्ट बन रहा है। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री भरत यादव ने स्मार्ट सिटी के सीईओ एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को दिए। श्री यादव ने बुधवार को नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा के साथ शहर भ्रमण कर स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के तहत कराए जा रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। इस मौके पर स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री महिप तेजस्वी भी उनके साथ थे।
कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त ने सिटी सेंटर स्थित मल्टीलेवल स्मार्ट पार्किंग, जेएएच परिसर में निर्माणाधीन जीआर मेडीकल कॉलेज के खेल मैदान, महाराज बाड़ा क्षेत्र में विक्टोरिया मार्केट, टाउन हॉल जीर्णोद्धार व डिजिटल लाइब्रेरी सहित स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल अन्य काम देखे।
मल्टीलेवल स्मार्ट पार्किंग के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त ने निर्देश दिए कि पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होने के बाबजूद जो लोग खुले में वाहन खड़े कर सड़क आवागमन में बाधा बन रहे हैं, उनके वाहन जब्त कर कड़ा जुर्माना लगाएं। अधिकारी द्वय ने रात्रिकाल में भी सड़कों व खुले क्षेत्र में पार्क किए गए वाहनों को क्रेन से उठवाने को कहा। कलेक्टर श्री यादव ने मल्टी लेवल पार्किंग परिसर में स्मार्ट साफ-सफाई व टिकिटिंग व्यवस्था मुकम्मल करने के लिये भी कहा। साथ ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में प्रस्तावित 24 स्मार्ट पार्किंग को जल्द से जल्द मूर्तरूप देने की हिदायत दी।
जेएएच परिसर में निर्माणाधीन खेल मैदान के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कहा कि खेल मैदान के बगल से गुजर रहे नाले में इस प्रकार से पाइपलाईन बिछाई जाए, जिससे पानी सुगमता से निकल जाए और खेल मैदान को नुकसान न हो। उन्होंने टाउन हॉल के जीर्णोद्धार के सभी काम हर हाल में 28 फरवरी तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। मालूम हो इस काम को पूर्ण करने के लिये अप्रैल 2019 तक की समय-सीमा निर्धारित है। उन्होंने टाउन हॉल परिसर में स्मार्ट हैरीटेज कैफेटेरिया का काम भी साथ-साथ पूर्ण करने को कहा। साथ ही निर्देश दिए कि थियेटर के साथ-साथ टाउन हॉल भवन के जीर्णोद्धार से संबंधित अन्य कार्य भी समानांतर रूप से कराए जाएं।
कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त ने डिजिटल लाइब्रेरी के निरीक्षण के दौरान कहा इस परिसर में पार्किंग का प्रावधान भी शामिल करें। साथ ही लाइब्रेरी भवन का हैरीटेज स्वरूप बरकरार रखा जाए।
ज्ञात हो स्मार्ट सिटी के तहत लगभग 70 लाख रूपए की लागत से टाउन हॉल का जीर्णोद्धार हो गया है। टाउन हॉल में स्मार्ट तरीके से ऑडिटोरियम, वातानुकूलित हॉल व साउण्ड व्यवस्था की जा रही है। इसी तरह जेएएच परिसर में लगभग 8 करोड़ 81 लाख रूपए की लागत से जेएएच परिसर, एमएलबी कॉलेज व छत्री मैदान में खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं। इस लागत से क्रिकेट, फुटबॉल व हॉकी मैदान, बॉलीबॉल, बैडमिंटन व बास्केटबॉल कोर्ट, जीआरएमसी में सिंथेटिक ट्रैक, ओपन जिम एरिया, स्केटिंग रिंग, खिलाड़ियों के लिये चेंजिंग रूम तथा बागवानी आदि कार्य कराए जा रहे हैं। केन्द्रीय पुस्तकालय परिसर में लगभग 11 करोड़ 14 लाख रूपए की लागत से डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जा रही है। जिसके तहत केन्द्रीय पुस्तकालय के ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए पुस्तकालय का उन्नयन किया जा रहा है। डिजिटल तरीके से पुस्तकों का आवंटन, लगभग 50 हजार पुस्तकों का डिजिटल रख-रखाव, वरिष्ठ नागरिक, महिलाओं और नेत्रबाधित दिव्यांगों के लिये अलग-अलग कॉर्नर तथा डेस्कटॉप, लेपटॉप, मोबाइल एप पर पढ़ाई करने के लिये “मेरी लाइब्रेरी व्यू डैशबोर्ड” स्थापित किया जा रहा है।