बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर सोमवार को समीक्षा बैठक की. बैठक में मायावती ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और समाजपार्टी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव ने बीजेपी को यादव वोट ट्रांसफर कराए और सपा इसे रोक नहीं पाई. उन्होंने कहा कि शिवपाल बीजेपी से मिले हुए हैं.
मायावती की समीक्षा बैठक में पार्टी सांसदों के साथ जिला और जोनल अध्यक्ष शामिल थे. बैठक में उत्तर प्रदेश में सपा के साथ गठबंधन फेल होने पर चर्चा हुई. बता दें कि यूपी में लोकसभा चुनाव बसपा-सपा और राष्ट्रीय लोकदल ने साथ मिलकर लड़ा था. सपा 37, बसपा 38 और आरएलडी 3 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, तो वहीं अमेठी और रायबरेली सीट पर गठबंधन ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था.
हालांकि तीनों पार्टियां साथ आने पर भी कुछ कमाल नहीं कर सकीं. लेकिन बसपा को पिछले चुनाव के मुकाबले जरूर फायदा हुआ. 2014 में एक भी सीट नहीं जीतने वाली बसपा इस बार 10 सीट जीतने में कामयाब रही. वहीं सपा 5 सीट जीतने में सफल रही. इसके अलावा आरएलडी के खाते में एक भी सीट नहीं आई.
मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव को भी चुनाव नहीं जिता पाए. बता दें कि डिंपल यादव कन्नौज सीट से चुनाव लड़ी थीं, जहां उन्हें हार मिली. बसपा अध्यक्ष ने कहा कि यादव वोट अपेक्षा के अनुरूप हमको ट्रांसफर नहीं हुए. अखिलेश यादव इस चुनाव में यादव वोटों का बंटवारा नहीं रोक पाए.
सूत्रों के मुताबिक, मायावती के इस रुख के बाद सपा-बसपा गठबंधन टूट की कगार पर नजर आ रहा है. मायावती ने कहा कि पार्टी सभी विधानसभा उपचुनाव में लड़ेगी और अब 50 फीसदी वोट का लक्ष्य लेकर राजनीति करनी है.