लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान विपक्ष लगातार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाता रहा है। इस बीच, शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने भी ईवीएम पर आरोप लगाया है। पवार के मुताबिक, जब उन्होंने मतदान के दौरान ईवीएम पर एनसीपी का बटन दबाया, तो वह वोट भाजपा को चला गया।’ पवार के इस बयान से उन नेताओं और पार्टियों को बल मिलेगा जो आरोप लगा रही हैं कि भाजपा ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की है।
विपक्षी दल अकसर ईवीएम में खराबी और छेड़छाड़ का आरोप लगाते रहते हैं और इसी के चलते विपक्ष की मांग रही है कि चुनाव नतीजों का वीवीपैट मशीनों से निकलने वाली पर्ची से मिलान किया जाए। इसी को लेकर इन दलों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि लोकसभा चुनाव के 50 प्रतिशत नतीजों का वीवीपैट की पर्चियों सो मिलान किया जाना चाहिए।
कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए 8 अप्रैल को फैसला सुनाया था कि हर विधानसभा में एक ईवीएम की बजाय 5 ईवीएम मशीनों से वीवीपैट मशीनों को जोड़ा जाए। हालांकि, विपक्ष इससे भी संतुष्ट नहीं था और इस आदेश को लेकर पुनर्विचार याचिका दाखिल की जिस पर सात मई को सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी।
पहले यह था नियम, अब यह होगा बदलाव
पवार का मोदी पर निशाना
पीएम मोदी बाकी बचे दो चरणों के लोकसभा चुनाव इस मुद्दे पर लड़ने का आह्वान कर रहे हैं। वह क्या कह रहे हैं? आखिरकार, वह किस स्तर तक गिरेंगे? बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के सातारा जिले में प्रेसवार्ता के दौरान पवार ने यह बातें कही। उन्होंने मोदी के उस आरोप की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि युद्धपोत आईएनएस विराट को पर्सनल टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया था।
पवार ने कहा कि रक्षामंत्री रहते हुए वह खुद युद्धपोत से अंडमान गए थे। युद्धपोत सदैव समुद्र में चलायमान रहता है। ऐसे में यदि राजीव गांधी युद्धपोत में गए तो इसमें गलत क्या है।