नई दिल्ली।
दिल्ली में ठंड का सिलसिला आने वाले दिनों में भी यूं ही जारी रहेगा। यहां तक कि नववर्ष की शुरुआत भी ठिठुरन भरी ठंड से ही होगी। स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत के अनुसार, एक जनवरी तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। वहीं 31 दिसंबर और एक जनवरी को कोहरा भी छा सकता है।
मंगलवार की सुबह भी बेहद सर्द मिली। अन्य दिनों की तुलना में कम लोग मॉर्निंग वॉक करते नजर आए। वहीं, दिल्ली के साथ एनसीआर के इलाकों, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में कोहरा छाया हुआ है। कई जगहों पर विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई है। वहीं, इससे ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हो रहा है।
नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार
नोएडा में मंगलवार सुबह का तापमान 5.7 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि शहर में सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई। 10 बजे तक कोहरा पूरी तरह से साफ हो गया, जबकि दिन बढ़ते ही प्रदूषण बढ़ने लगा है सुबह 11 बजे प्रदूषण का स्तर 411 रहा। यह सांस के मरीजों के लिए हानिकारक है।
दिल्ली एयर पोर्ट पर उड़ानें प्रभावित
कोहरे का असर ट्रेनों के साथ उड़ानों पर भी पड़ रहा है। दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGAI) कोहरे के चलते उड़ानें प्रभावित हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, कोहरे के चलते पिछले एक घंटे से उड़ानें स्थगित हैं।
गुरुग्राम सबसे ठंडा रहा करनाल में रिकार्ड टूटा
हरियाणा में जारी कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल रहा। सोमवार को गुरुग्राम सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। करनाल में न्यूनतम तापमान तीन साल के अपने सबसे निचले स्तर 3.4 डिग्री पर पहुंच गया तो यमुनानगर में यह तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सोमवार को दिल्ली के कई मौसम के स्टेशनों में अधिकतम तापमान एवं न्यूनतम तापमान कम दर्ज हुआ। सोमवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान जाफरपुर में 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सफदरजंग स्टेशन का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जोकि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम था।
24 दिसंबर भी छह सालों में सबसे ठंडा रहा
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के सफदरजंग में साल 2011 के बाद फिर 2018 में 24 दिसंबर को सबसे कम तापमान दर्ज हुआ।
24 दिसंबर को 2012 को अधिकतम तामपान 19 डिग्री तो न्यूनतम तामपान 8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, 2013 में 24 दिसंबर को अधिकतम 18 डिग्री तो न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रहा।
वर्ष 2014 में 24 दिसंबर को अधिकतम 16 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह 2015 में अधिकतम तापमान 19 डिग्री तो न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस रहा। वर्ष 2016 में अधिकतम 25 डिग्री तो न्यूनतम 8 डिग्री रहा। फिर 2017 में अधिक 25 डिग्री न्यूनतम 6 डिग्री और 2018 में 24 दिसंबर को ही 21.2 डिग्री अधिकतम और न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री रहा था।
क्यों कम दर्ज हुआ तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली और आस पास के इलाकों में इन दिनों ठंडी हवा चल रही है। वहीं उतर भारत में हाल ही में पश्चिमी विक्षोभ ने दस्तक दी है। अफगानिस्तान से होते हुए पाकिस्तान की तरफ से दिल्ली समेत उत्तर भारत में ठंडी हवा पहुंच रही है। इसके साथ नमी भी आ रही है। इन सब के कारण दिल्ली का न्यूनतम तापमान कम दर्ज हुआ।
इस हफ्ते चल सकती है शीत लहर
स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत के अनुसार, दिल्ली और आस पास के इलाकों में नए साल तक न्यूनतम तापमान चार से पांच डिग्री सेल्सियस के आस पास रहने की उम्मीद है। वहीं उत्तर भारत के कई इलाकों में शीत लहर चलने जैसे हालात बन सकते हैं। इसका असर दिल्ली में भी पड़ सकता है। 1 जनवरी 2019 तक ऐसे ही हालात बने रह सकते हैं।