बालाकोट में वायुसेना की एयरस्ट्राइक से जुड़े अपने एक बयान को लेकर खड़े हुए विवाद के बाद इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने शनिवार को आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों ने झूठ बोला. सैम पित्रोदा ने यह भी दावा किया कि सोशल मीडिया के जरिये झूठ और गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं.
सैम पित्रोदा ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं हैरान हूं कि मेरे एक इंटरव्यू को लेकर इस तरह प्रतिक्रिया, चर्चा और बहस देखने को मिली. यहां तक कि भारत के प्रधानमंत्री और उनके कुछ मंत्रियों ने भी ट्वीट कर दिए. उन्होंने जो कहा है, वह झूठ है.’
सैम पित्रोदा ने महात्मा गांधी के दर्शन में विश्वास रखने का हवाला दिया और कहा, ‘हमेशा सच की जीत होती है. आप कुछ देर के लिए कुछ लोगों को बेवकूफ बना सकते हैं, लेकिन हमेशा सभी लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते.’
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक पित्रोदा ने बालाकोट में वायुसेना की कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कहा था कि क्या हमने सच में हमला किया था? क्या सच में 300 आतंकी मारे गए थे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर निशाना साधते हुए कहा कि सुरक्षाबलों को नीचा दिखाना विपक्ष की आदत है. विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने एक नागरिक की हैसियत से सवाल किया था. उन्होंने कहा, ‘मैंने सिर्फ एक नागरिक के रूप में कहा कि मैं यह जानने का हकदार हूं कि क्या हुआ. मैं पार्टी की तरफ से नहीं, सिर्फ एक नागरिक के रूप में बोल रहा हूं. मुझे यह जानने का अधिकार है कि इसमें क्या गलत है?’
बता दें कि गांधी परिवार के करीबी सैम पित्रोदा ने कहा था कि पुलवामा हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को गलत ठहराना सही नहीं है. पित्रोदा ने कहा था कि कि कुछ लोगों की गलती की सजा पूरे देश को नहीं दी जानी चाहिए. सैम पित्रोदा ने अपने एक बयान में कहा था कि मुंबई हमले के बाद हमलोग भी पाकिस्तान प्लेन भेज सकते थे, लेकिन ऐसा करना सही नहीं था. उन्होंने कहा कि वे सचमुच जानना चाहेंगे कि बालाकोट में भारतीय फौज ने क्या किया, क्या हम लोगों ने सचमुच में 300 लोगों को मारा?