नई दिल्ली
नरेंद्र मोदी सरकार पार्ट-2 में विदेश मंत्री एस. जयशंकर को बीजेपी गुजरात से राज्यसभा भेज सकती है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान को बिहार से राज्यसभा भेजा जा सकता है. फिलहाल, एस. जयशंकर और राम विलास पासवान न तो लोकसभा सदस्य हैं और न ही राज्यसभा. ऐसे में उन्हें 6 महीने के अंदर दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना अनिवार्य है.
बता दें, गुजरात के गांधी नगर सीट से अमित शाह, उत्तर प्रदेश के अमेठी सीट से स्मृति ईरानी और बिहार के पटनासाहिब सीट से रविशंकर प्रसाद चुनाव जीते हैं. अमित शाह और स्मृति ईरानी गुजरात से, जबकि रविशंकर प्रसाद बिहार से राज्यसभा सदस्य थे. चुनाव जीतने के बाद तीनों ने अपना इस्तीफा दे दिया था. अब इनकी जगह पर बिहार से रामविलास पासवान और गुजरात से एस. जयशंकर को राज्यसभा भेजा जा सकता है.
कौन हैं विदेश मंत्री एस. जयशंकर
इसी साल रिटायर हुए सुब्रह्मण्यम जयशंकर सबसे लंबी 36 साल की विदेश सेवा के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से इंटरनेशनल रिलेशन में एमए किया है. जनवरी 2015 से लेकर जनवरी 2018 तक विदेश सचिव रहते हुए उन्होंने मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान उनकी विदेश नीति को आकार देने में अहम भूमिका निभाई.
इस बार चुनाव नहीं लड़े पासवान
लोक जनता शक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था. चुनाव से पहले ही पासवान ने साफ कर दिया था कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. माना जा रहा था कि बीजेपी उन्हें राज्यसभा भेजेगी. बिहार में उनकी पार्टी ने बीजेपी और जदयू के साथ मिलकर 6 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ा और सभी पर जीत हासिल किया.