नई दिल्ली:
कई बार डेडलाइन को आगे बढ़ाने के बाद भारत ने यूएस के 29 प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला किया है. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है. यूएस प्रोडक्टस में अलमण्ड, वालनट और पल्सेस भी शामिल हैं. यह 16 जून से लागू होगा. इस मामले में वित्त मंत्रालय द्वारा जल्द नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. भारत के इस कदम से अमेरिकन एक्सपोर्टरों पर असर पड़ेगा लेकिन भारत को इससे 217 मिलियन डॉलर का अतिरिक्ट रेवेन्यू मिलेगा. सरकार ने 21 जून 2018 को कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला किया था. यह कदम यूएस के उस फैसले के बाद उठाया गया था जिसमें उसने स्टील और एल्युमिनियम के प्रोडक्ट्स पर कस्टम ड्यूटी लगाई थी. सूत्रों के मुताबिक भारत ने अपने इस फैसले के बारे में यूएस को बता दिया है.
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अमेरिका ने बीते साल मार्च में स्टील पर 25 फीसदी टैरिफ और एल्युमिनियम पर 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाई थी. भारत इन प्रोडक्टों का यूएस को बड़ा एक्सपोर्टर है. यूएस के इस फैसले से भारत के स्टील और एल्युमिनियम प्रोडक्ट्स पर करीब 240 मिलियन डॉलर का असर पड़ा था.
भारत के द्वारा कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के फैसले को बार-बार आगे बढ़ाया जा रहा था. पहले यह उम्मीद जताई गई थी कि भारत और यूएस के बीच ट्रेड पैकेज पर कुछ समाधान निकलेगा. सरकार कई उत्पादों पर उच्च शुल्क लगाने की अधिसूचना जारी करेगी. इसमें अखरोट पर आयात शुल्क 30 से बढ़ाकर 120 प्रतिशत किया जाना है. इसी तरह काबुली चना, चना और मसूर दाल पर शुल्क 70 प्रतिशत किया जाना है जो अभी 30 प्रतिशत है. अन्य दालों पर शुल्क को 40 प्रतिशत किया जाएगा.
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वित्त वर्ष 2017-18 में भारत का अमेरिका को निर्यात 47.9 अरब डॉलर था जबकि आयात 26.7 अरब डॉलर का हुआ था. इस तरह व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में रहा था.