– चंदेरी में खरीदी केंद्रों पर नहीं थम रहा अनियमितताओं का दौर
– जिले के अधिकारियों की है समिति प्रबंधकों को मौन स्वीकृति
आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी : चंदेरी सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से की जा रही उपार्जन केंद्रों पर गेहूं की खरीदी में अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार की सूचनाएं, शिकायतें, लगातार कलेक्टर जिला अशोकनगर, जिला खाद्य एंव नागरिक आपूर्ति अधिकारी को किसानों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से तथा दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों से पहुंच रही हैं किंतु ऐसे क्या कारण है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी लगातार किसानों के डाले जा रहे गेहूँ पर समिति प्रबंधकों एवं सेंटर प्रभारियों के द्वारा अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार पर कोई भी ठोस कार्यवाही जिम्मेदार व्यक्तियों पर आज तक नहीं की गई है क्या किसानों के हक पर डाले जा रहे डाको मैं समिति प्रबंधकों को जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की सह एवं मौन स्वीकृति प्राप्त है।
समिति प्रबंधक, सर्वेयर एवं सेंटर प्रभारी रहते हैं सेंटर से नदारद एजेंटों के भरोसे संचालित है गेहूं उपार्जन केंद्र हिरावल
सेवा सहकारी समिति प्राणपुर अंतर्गत संचालित गेहूं खरीदी केंद्र रावल में शासन द्वारा समिति प्रबंधक सर्वेयर तथा सेंटर प्रभारी नियुक्त किए गए हैं ताकि किसानों से खरीदा गया गेहूं सही मात्रा में सही पैमाने पर एवं बिना परेशानी के खरीदा जा सके किंतु यह तीनों जिम्मेदार व्यक्ति खरीदी केंद्र से नदारद रहते हैं और खरीदी केंद्र एजेंटों के भरोसे संचालित है जो कि किसान को भ्रमित कर उससे तोल से अधिक मात्रा में गेहूं लेना ,गेहूं तुलवाई के बदले में पैसों की वसूली करना, गेहूं तोलने के पश्चात किसान को जमा पर्ची ना देना जानबूझकर किसान को परेशान करने जैसी स्थिति निर्मित कर अनियमितताओं को जन्म देते हैं जिससे किसान तो परेशान होता ही है भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।
शासकीय शिक्षक के संरक्षण में चल रहा है उपार्जन केंद्र
किसानों की माने तो सेवा सहकारी समिति प्राणपुर अंतर्गत संचालित गेहूं उपार्जन केंद्र पर खरीदी का कार्य शासकीय शिक्षक बृजेश शर्मा के संरक्षण में किया जा रहा है जबकि सेंटर प्रभारी के रूप में उन्होंने अपने परिवार के व्यक्ति सुनील शर्मा का नाम अंकित करा रखा है। एक साथ की शिक्षक का उपार्जन केंद्र का संचालन करना अपने आप में घोर अनियमितता तो है ही साथी दंडनीय अपराध भी है।
235 बोरी के स्थान पर 234 बोरी की दी जमा पर्ची
किसान त्रिलोक सिंह द्वारा बताया गया कि रावल सेंटर पर मैंने 235 बोरी गेहूं डलवाया था किंतु मुझे कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा 235 बोरी की ही जमा पर्ची दी गई है इस बारे में जब कंप्यूटर ऑपरेटर से चर्चा की गई तो कंप्यूटर ऑपरेटर नीलेश सिंह लोधी द्वारा बताया गया कि गेहूं के साथ बारदाने का वजन भी अतिरिक्त लिया जाता है इस कारण 235 के स्थान पर 234 की जमा पर्ची दी गई है। अब सवाल यह उठता है कि जब गेहूं तुलवाई के समय ही किसान से अतिरिक्त वजन प्लास्टिक बोरी होने की दशा में 300 ग्राम तथा जूट बोरी होने की दशा में 800 ग्राम अतिरिक्त ले लिया जाता है तो फिर 50 किलो गेहूं की कटौती क्यों की गई यह विचारणीये होकर जांच योग्य है।
12 दिन पहले तुले गेहूं आज तक नहीं दी गई जमा पर्ची तुलवाई के बदले लिए 15 सौ रुपए
किसान जडेंल सिंह द्वारा बताया गया कि मेरा 73 कुंटल गेहूं का पंजीयन था और मैंने 12 दिन पहले गेहूं खरीदी केंद्र पर गेहूं डाले थे किंतु आज तक मुझे सेंटर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और जमा पर्ची नहीं दी गई है जबकि मेरे द्वारा पंजीयन करवाने के एवज में 15 सौ रुपए भी जमा करा दिए गए हैं।