लखनऊ ।
इसी साल दिसंबर से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। राम जन्मभूमि न्यास के मुखिया राम विलास वेदांति ने यह दावा किया है।
उनका कहना है कि अगर सरकार इस संबंध में अध्यादेश लेकर आती है तो ठीक है वरना आपसी सहमति से राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनेगा और मस्जिद का निर्माण उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किया जाएगा।
भाजपा नेता राम माधव ने राम मंदिर निर्माण के मामले में अध्यादेश लाए जाने पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया। उन्होंने इस मामले पर बोलते हुए कहा, ‘मैं मंदिर निर्माण के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकता, लेकिन यह जरूर है कि संघ और साधू-संत चाहते हैं कि इसके लिए अध्यादेश लाया जाए।’
इस बीच उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी राम मंदिर को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘राम मंदिर का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के सामने है। इस बारे में हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन कोई भी हमें अयोध्या में रामलला की भव्य प्रतिमा बनाने से नहीं रोक सकता। अगर हमें कोई ऐसा करने से रोकता है तो उसे देख लिया जाएगा। हमें अयोध्या का विकास करने से कोई नहीं रोक सकता।’
उधर योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘यदि न्यायालय के निर्णय में देर हुई तो संसद में जरूर इसका बिल आएगा, आना ही चाहिए। राम जन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा तो किसका मंदिर बनेगा? संतों और रामभक्तों ने संकल्प किया अब राम मंदिर में और देर नहीं, मुझे लगता है इसी वर्ष शुभ समाचार देख को मिलेगा।’