कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके एक बयान के कारण फिर सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। दरअसल राहुल गांधी झूंझुंनू में एक रैली को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने ‘कुंभाराम लिफ्ट परियोजना’ को गलती से ‘कुंभकरण लिफ्ट परियोजना’ बोल दिया। हालांकि, उन्होंने अपनी गलती तुरंत सुधार भी ली। लेकिन उनके बयान के कारण सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और उनकी पार्टी दोनों की फजीहत हो रही है।
बता दें कि चौधरी कुंभाराम राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानी, जाट नेता, सांसद और लोकप्रिय किसान नेता थे। राहुल गांधी के इस बयान के कारण वह विरोधियों के निशाने पर आ गए। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें घेरते हुए कहा, ‘कुंभकर्ण लिफ्ट योजना? कुंभकर्ण तो फिर भी 6 महीने सोता था, कांग्रेस 60 साल तक सोई रही और देश को विकास से इतने वर्षों तक वंचित रखा।
बता दें कि ये पहली बार नहीं है, जब राहुल गांधी की जुबान फिसली है। इससे पहले भी कई बार वो अपने बयानों के कारण ट्रोल हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में एक रैली के दौरान उन्होंने BHEL को मोबाइल निर्माता कंपनी बताई थी। उन्होंने कहा था कि ये जो मोबाइल है, ये इन्होंने BHEL से क्यों नहीं खरीदा?। राहुल गांधी ने BHEL दो-तीन बार दोहराया और आगे कहा, ‘बात समझिए उधर (दिल्ली में) राफेल घोटाला और इधर (छत्तीसगढ़) में मोबाइल घोटाला’। उल्लेखनीय है कि BHEL यानि भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड मोबाइल नहीं बनाती।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
राहुल गांधी अपनी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपने भाषण में भारत माता की जय करते हैं, लेकिन काम अनिल अंबानी का करते हैं। दरअसल, मोदी को अनिल अंबानी, नीरव मोदी, विजय माल्या, ललित मोदी और मेहुल चौकसी की जय बोलनी चाहिए। मोदी 15 उद्योगपतियों के लिए काम करते हैं। किसानों, माता और बहनों की जय बोलना ही भारत माता की जय है।
किसान बीमा योजना पर तंज
राहुल गांधी ने किसान बीमा योजना पर तंज कसते हुए कहा कि यह अनिल अंबानी बीमा योजना है। बीमा के 45 हजार करोड़ रुपये में से 16 हजार करोड़ रुपये अमीरों को दे दिए। उन्होंने सीएम वसुंधरा राजे पर हमला बोलते हुए कहा कि ललित मोदी ने मुख्यमंत्री के बेटे के बैंक खाते में 10 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। कांग्रेस यही पैसा सीधा किसानों के खातों में डालेगी।