प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को देश के अर्थशास्त्रियों से मिलकर के बजट को लेकर के चर्चा करेंगे।बजट के बहाने प्रधानमंत्री मोदी देश की गिरती अर्थव्यवस्था और किसानों के बारे में चर्चा करेंगे। एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में अर्थव्यवस्था औंधे मुंह गिरी है। जनवरी-मार्च के बीच देश की विकास दर 5.8 फीसदी तक ही पहुंच सकी।
नीति आयोग में होगी बैठक
यह बैठक नीति आयोग में होगी। बैठक से पहले आयोग ने अर्थशास्त्रियों और सेक्टर एक्सपर्ट को अलग-अलग बांट दिया है। यह लोग एक-एक करके अपनी प्रजेंटेशन सरकार को देंगे।
इन मुद्दों पर होगा प्रेजेंटेशन
जिन मुद्दों को लेकर के बैठक में चर्चा और प्रेजेंटेशन होगी, उनमें इंफ्रास्ट्रक्चर, खेती और बेरोजगारी प्रमुख हैं। इसमें सरकार को सुझाव दिया जाएगा कि कैसे वो इन पर आगे का रोडमैप तैयार कर सकती है।
45 साल के उच्चतम स्तर पर बेरोजगारी
केंद्र सरकार ने पहली बार बेरोजगारी का आंकड़ा जारी कर दिया है। वित्त वर्ष 2017-18 में बेरोजगारी 6.1 फीसदी रही थी, जो कि पिछले 45 सालों (1972-73 के बाद) में सबसे ज्यादा है। इससे पहले एक अखबार ने भी इसी डाटा को लीक किया था। रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 5.3 फीसदी और शहरी क्षेत्रों में 7.8 फीसदी रही थी। इसी तरह, देशभर में 6.2 फीसदी पुरुषों के पास कोई रोजगार नहीं, जबकि 5.7 फीसदी महिलाएं बेरोजगार हैं।