नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट के पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया. इंडिया गेट के पास खास तौर पर तैयार किए गए इस स्मारक को भारत की आजादी में अपनी जान न्यौछावर करने वाले सैनिकों के सम्मान में बनाया गया है. उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत पुलवामा के अमर शहीदों को नमन करके की.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर डील की जांच एक ही परिवार की ओर इशारा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग चाहते ही नहीं हैं कि देश में राफेल विमान आए. लेकिन कुछ ही महीनों में राफेल विमान भारत के आकाश में उड़ान भरेगा.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने देश की सेना को कमजौर किया. उन्होंने कहा कि 2009 सेना के जवानों ने बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग की थी. लेकिन उन्हें जैकेट के बिना ही दुश्मनों का सामना करना पड़ा. हमारी सरकार ने साढ़े चार साल में 2.30 लाख जैकेट खरीदकर सेना को सशक्त किया.
उन्होंने कहा कि देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं. जिन फैसलों को नामुमकिन समझा जाता था, उन्हें मुमकिन बना रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की सोच में सबसे पहले सेना के जवान आते हैं. उन्होंने कहा, “देश पर संकट चाहें दुश्मन के कारण आया हो या प्रकृति के कारण आया हो, हमारे सैनिकों ने सबसे पहले हर मुश्किल को अपने सीने पर लिया है. आप सभी भूतपूर्व नहीं, अभूतपूर्व हैं क्योंकि आप जैसे लाखों सैनिकों के शौर्य और समर्पण के कारण ही आज हमारी सेना की गिनती दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में होती है.”
पीएम ने कहा, “आज मुझे बहुत संतोष है कि थोड़ी देर बाद आपका और देश का, दशकों लंबा इतंज़ार खत्म होने वाला है. आज़ादी के सात दशक बाद मां भारती के लिए बलिदान देने वालों की याद में निर्मित राष्ट्रीय समर स्मारक, उन्हें समर्पित किया जाने वाला है.”
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय समर स्मारक की मांग कई दशक से निरंतर हो रही थी. बीते दशकों में एक-दो बार प्रयास हुए लेकिन कुछ ठोस कदम नहीं उठाए जा पाए. उन्होंने कहा कि आपके आशीर्वाद से साल 2014 में हमने राष्ट्रीय समर स्मारक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरु की और आज तय समय से पहले ही इसका लोकार्पण होने वाला है.
पीएम ने कहा, “देश की सुरक्षा में समाज के सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है, और स्वाभाविक रूप से होनी भी चाहिए. इसी सोच के साथ, पहली बार महिलाओं को फाइटर पायलट बनने का अवसर मिला है. सेना में भी बेटियों की भागीदारी को और मजबूत करने के लिए भी निरंतर फैसले लिए जा रहे हैं.”
पूर्व सैनिकों को संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा, “कई दशकों से निरंतर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की मांग हो रही थी, कुछ प्रयास हुए लेकिन कोई ठोस कार्य नहीं हुआ, आपके आर्शीवाद से हमने 2014 में इस स्मारक का कार्य शुरू किया और इस कार्य को तय समय पर पूरा किया.”