लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर बीजेपी सांसद ओम बिड़ला ने जिम्मेदारी संभाल ली है. बीजेपी ने इस बार अनुभव को तरजीह न देते हुए दूसरी बार के सांसद ओम बिड़ला को जब स्पीकर बनाने का फैसला किया तो सभी चौंक गए क्योंकि इससे पहले 2014 में 8 बार की सांसद रहीं सुमित्रा महाजन को स्पीकर बनाया गया था. साथ ही इस बार स्पीकर की रेस में बिड़ला का नाम दूर-दूर तक नहीं था. लेकिन जब बुधवार को ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष बने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में साफ कर दिया कि उन्होंने क्यों बिड़ला को यह अहम जिम्मेदारी दी है.
राजस्थान के कोटा से दूसरी बार सांसद चुने गए ओम बिड़ला को अध्यक्ष बनाने का पहला प्रस्ताव पीएम मोदी ने ही लोकसभा में रखा और सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया. इसके बाद ध्वनिमत से बिड़ला को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुन लिया है. वैसे तो ऐसे करीब 10 प्रस्ताव एनडीए के नेताओं ने बिड़ला के समर्थन में रखे थे लेकिन खास बात रही कि कांग्रेस और टीएमसी जैसे दलों ने भी बिड़ला को अध्यक्ष बनाने का समर्थन किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने बिड़ला के स्पीकर बनने पर उन्हें बधाई दी और राजनीति में उनके योगदान की खूब सराहना भी. पीएम मोदी ने कहा कि सदन के लिए यह महान गर्व की बात है. सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर हम बिड़ला जी को बधाई देते हैं. कई सांसद बिड़ला जी को अच्छी तरह जानते हैं, उन्होंने राजस्थान में भी अपनी सेवाएं दी हैं.
समाज सेवा में अव्वल
उन्होंने कहा, “मुझे व्यक्तिगत रूप से लंबे समय तक बिड़ला जी के साथ काम करने का अनुभव याद है. वे कोटा के प्रतिनिधि हैं, शिक्षा और अध्ययन की भूमि कोटा मिनी इंडिया है जो शिक्षा का काशी बन गया है. पीएम ने कहा कि कोटा के विकास में भी बिड़ला जी का योगदान काफी ज्यादा है. वे कई सालों से सार्वजनिक जीवन में हैं, उन्होंने छात्र नेता के रूप में शुरुआत की तब से बिना रुके समाजसेवा कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि बिड़ला जी ने छात्र राजनीति से शुरुआत करते हुए करीब 15 साल तक संगठन में काम किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता, छात्र नेता के तौर पर उन्होंने जिले, राज्य और राष्ट्र स्तर पर काम किया है. बिड़ला के सामाजिक कार्यों को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह जनप्रतिनिधि के नाते राजनीति में नहीं हैं बल्कि समाजसेवा की कार्यशैली पर काम करते रहे.
गुजरात के भूकंप में बिड़ला के योगदान को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह लंबे समय तक कच्छ में रहे और अपने साथियों को भी वहां के लोगों की मदद के लिए लाए. स्थानीय व्यवस्था के बिना भी उन्होंने अपने तरह से समाजसेवा की. इसके बाद केदारनाथ त्रासदी के वक्त भी वह टोली के साथ वहां सेवा में जुटे रहे. पीएम ने कहा कि कोटा में भी सर्दी की रात को बिड़ला जी कंबल बांटते थे और भूखे लोगों को खाना खिलाने के लिए एक मुहिम छेड़ रखी है. परिधान योजना के जरिए बिड़ला जी ने गरीब लोगों को कपड़े मुहैया कराने का काम किया है.
PM को इस बात का डर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ओम बिड़ला जी बहुत हल्के से मुस्कराते हैं और हल्के से बोलते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे कभी-कभी डर लगता है कि कोई सदन में उनके विवेक और नम्रता का दुरुपयोग न कर ले. पीएम मोदी ने कहा कि अब लोकसभा को चलाना राज्यसभा को चलाने से ज्यादा आसान है जबकि पहले इसके उलट रहता था. इस मौके पर पीएम मोदी ने पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन के कार्यकाल की भी सराहना की.
साफ है कि ओम बिड़ला को स्पीकर बनाने का फैसला उनके अनुभव के आधार पर नहीं बल्कि उनकी कार्यकुशलता और संगठन में मजबूत पकड़ की वजह से लिया गया है. वह संगठन के मजबूत कार्यकर्ता होने की वजह से बड़े नेताओं के करीबी रहे और बीजेपी ने भी इस बात संकेत दे दिया कि पद अनुभव के नाम पर नहीं बल्कि काम के नाम पर दिया जाएगा.