– उपयोगकर्ताओं को गाड़ियों की गलत पहचान के कारण गलत वसूले गए टोल चार्ज या दो बार लिए गए टोल चार्ज की राशि शीघ्र वापस दिलाने में मदद की
– विवाद प्रबंधन की स्वचालित प्रक्रिया गलत कटौतियों की पहचान करती है और अतिरिक्त शुल्क को वापस करने के लिए तुरंत दावा तैयार करती है
– पीपीबीएल फास्टैग यूजर्स द्वारा 2020 में टोल प्लाजा के साथ जो विवाद वाले मामले उठाए गए उनमें से 82% में जीत मिल चुकी है
नई दिल्ली : भारत में विकसित पेटीएम पेमेन्ट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) ने आज एलान किया कि उसने 2.6 लाख फास्टैग यूजर्स के पैसे वापस दिलवाए हैं। ये वो यूजर्स हैं जिनसे टोल प्लाजा पर 2020 के दौरान गलत या ज्यादा पैसे ले लिए गए थे। इसके लिए पेटीएम ने एक फास्ट रिड्रेसल मैकेनिज्म स्थापित किया है जो गलत कटौतियों की पहचान करता है और ज्यादा वसूले गए शुल्क को वापस करने के लिए तुरंत दावा करता है। इससे इस बात की पुनर्पुष्टि होती है कि फास्टैग यूजर्स के सशक्तिकरण की बात हो तो पेटीएम पेमेन्ट्स बैंक सबसे ज्यादा ग्राहक केंद्रित बैंक है जो टोल प्लाजा पर सामने आने वाले मुद्दे सुलझाने का भी काम करता है।
वैसे तो फास्टैग टोल चार्जेज का ऑटोमेटिक भुगतान सुनिश्चित करता है लेकिन कभी-कभी सिस्टम और प्रक्रिया से संबंधित कुछ मामलों के कारण लागू चार्ज से ज्यादा पैसे कट जाते हैं। ऐसी स्थिति में ग्राहकों की शिकायतों को तेजी से निपटाने के लिए पीपीबीएल ने विवाद निपटाने की एक अच्छी प्रक्रिया लागू की है। इसके तहत ग्राहकों की सभी शिकायतों, टोल लेनदेन और टोल प्लाजा द्वारा उठाए गए मुद्दों का पूरी तरह से ऑडिट किया जाता है। इसमें यह सुनिश्चित किया गया कि उपयोगकर्ताओं को असुविधा न हो और इसके लिए पीपीबीएल ने ऐसे सभी विवादों पर कार्रवाई कई चरणों में की। इसके बाद पेटीएम 82% मामले जीतने में कामयाब हुआ जो फास्टैग उपयोगकर्ताओं की ओर से दाखिल किए गए थे।
पेटीएम पेमेन्ट्स बैंक लिमिटेड के एमडी और सीईओ सतीश गुप्ता ने कहा, “हमारी यह कोशिश रही है कि अपने उपयोगकर्ताओं को सड़क पर सुविधाजनक और परेशानीरहित यात्रा करने की सुविधा दी जाए। इस कोशिश में हम अपने उपयोगकर्ताओं की हर संभव सहायता करते हैं और उनकी कोई शिकायत हो तो उसका फौरन निपटारा किया जाता है। हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि ग्राहकों से हमेशा सही टोल राशि काटी जाए तथा हमारी टीम अनुचित कटौती पर सतर्क रहती है। टेक्नोलॉजी में हम लोगों ने जो नवीनताएं की हैं और हमारे बैंक में लोगों को जो भरोसा है उसी का असर है कि हम देश में फास्टैग जारी करने वाले अग्रणी जारीकर्ताओं में हैं। हमारा लक्ष्य अपनी सेवाओं का विस्तार देश भर में करने का है और हम चाहते हैं कि हाईवे पर यात्रा पूरी तरह डिजिटल हो।”
पेटीएम पेमेन्ट्स बैंक सबसे बड़ा जारीकर्ता है और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (एनईटीसी) प्रोग्राम के तहत सबसे बड़ा एक्वायरिंग बैंक है। अपनी श्रेणी में अग्रणी उपाय के तहत पीपीबीएल ने यह सुनिश्चित किया है कि पीपीबीएल फास्टैग कुछ ही मिनट में खरीदे जा सकेंगे और इसके लिए केवल वाहन के पंजीकरण प्रमाणपत्र के साथ पंजीकरण संख्या प्रदान करने होते हैं। इसके अलावा, पीपीबीएल के ग्राहकों को फास्टैग का हिसाब अलग से रखने या किसी लॉगइन की कोई आवश्यकता नहीं होती है। टोल का भुगतान उपयोगकर्ता के पेटीएम वैलेट से अपने आप डेबिट हो जाता है। इसे आसानी से रीचार्ज किया जा सकता है। यही नहीं, ग्राहक कई वाहनों में लगे फास्टैग और उनके संबद्ध लेन-देन को भी पेटीएम ऐप्प पर ही मॉनिटर कर सकते हैं।