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यूनाइटेड इंडिया रैली के लिए कोलकाता में जुटा विपक्ष, मोदी-शाह पर साधा निशाना

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूख़ अब्दुल्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, पूर्व सांसद शरद यादव और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा रैली में शामिल हुए.

डीएमके प्रमुख स्टालिन, हेमंत सोरेन, अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्र, लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी भी इस रैली में शामिल हुए.

हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पहले ही साफ़ कर दिया था कि वे रैली में नहीं जाएंगी और अपने वरिष्ठ नेताओं को वहाँ भेजेंगी.

इनके अलावा ओडीशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल और सीपीएम ने भी रैली से किनारा किया है.

भाजपा के बग़ावती तेवरों वाले सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, गुजरात के पटेल नेता हार्दिक पटेल ने भी रैली को संबोधित किया.

रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हम बीजेपी को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं और अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर बाद में फ़ैसला लेंगे.

ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी की एक्सपायरी डेट आ गई है और उसका जाना तय है.

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, “मैं रथ यात्रा के नाम पर सांप्रदायिक हिंसा नहीं होने दूंगी. हम पश्चिम बंगाल में बीजेपी को दंगा नहीं फैलाने देंगे. बीजेपी एक के बाद एक प्रांत से ख़त्म हो जाएगी. मोदी सरकार में लोगों के अच्छे दिन नहीं आए हैं और उन्होंने बीजेपी सरकार को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है. हमारा देश बांटों और राज करो की नीति में विश्वास नहीं करता है.”

ममता ने कहा कि राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी को भाजपा में नज़रअंदाज़ किया जा रहा है और अगर बीजेपी ने लोकसभा चुनाव जीते तो इन्हें फिर से नज़रअंदाज़ किया जाएगा.

मोदी शाह फिर सत्ता में आए तो संविधान बदल देंगेः केजरीवाल

यूनाइटेड इंडिया रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं कि यदि 2019 में बीजेपी जीत गई तो 2050 तक बीजेपी को कोई नहीं हरा सकता.

केजरीवाल ने पूछा, “उन्होंने ऐसा क्यों बोला था, 2019 में दोबारा बन गई तो ये संविधान बदल देंगे.”

इस दौरान उन्होंने मोदी की तुलना हिटलर से की.

उन्होंने कहा, “वो इस देश से जनतंत्र हटाना चाहते हैं. कुछ भी करो 2019 में इनको दोबारा सत्ता में नहीं आने देना.”

“मोदी नहीं तो कौन? 2019 का चुनाव प्रधानमंत्री का चुनाव नहीं, मोदी-शाह को भगाने का चुनाव है.”

“मोदी शाह जाने वाले हैं देश के अच्छे दिन आने वाले हैं.”

इस रैली में गुजरात में पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने ‘गोरों’ के ख़िलाफ़ लड़ने की अपील की थी और हम ‘चोरों’ के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं.

हार्दिक पटेल ने यह भी कहा कि, “ये बीजेपी के खात्मे की शुरुआत है.”

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रैली में 20 पार्टियां

ममता बनर्जी ने यूनाइटेड इंडिया रैली का कोलकाता में आयोजन किया. इसके जरिए वो लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की ताक़त का प्रदर्शन करना चाहती हैं.

पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की इस रैली में देश भर की 20 से अधिक पार्टियों के बड़े नेता पहुंचे हैं.

इस रैली में भारतीय जनता पार्टी के दो बड़े नेता शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा भी मौजूद हैं. उनकी यहां मौजूदगी पर बीजेपी ने कहा है कि पार्टी उन पर संज्ञान लेगी.

कौन क्या बोला?

अखिलेश यादव ने कहा कि जो बात बंगाल से चलेगी वो देश में दिखाई देगी.

आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा, “देश से चोरों को भगाना है, अगर अच्छे दिन लाना है तो मोदी जी को भगाना है.”

यशवंत सिन्हा ने बीजेपी पर हमला बोला, उन्होंने कहा, “बीजेपी ने देश के हर संस्थान को बर्बाद करने की कोशिश की है. उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर का समाधान गोली से नहीं प्यार की बोली से होगा. देश एक ख़तरनाक मोड़ पर है, इस सरकार को हटाना ही लक्ष्य है.

अरुण शौरी ने भी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि इस सरकार ने सबकुछ बर्बाद कर दिया है. इसे हटाना है. रफ़ाल जैसा घोटाला पहले नहीं हुआ, ऐसी झूठ बोलने वाली सरकार कभी नहीं आई.

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “बीजेपी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री मोदी अपशब्दों का प्रयोग करते हैं, मजाक उड़ाते हैं.”

हेमंत सोरेन ने कहा, “क्षेत्रीय दल सांप्रदायिक ताक़तों को जवाब देंगे.”

कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अपने भाषण की शुरुआत बांग्ला में की. फिर बाद में उन्होंने अग्रेज़ी में अपनी बात रखी.

उन्होंने कहा कि स्थानीय दल मिलकर बीजेपी को हराने का काम करेंगे.

वहीं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी झूठ के निर्माता हैं.

उन्होंने कहा, “हम उनकी धमकियों से डरे नहीं हैं, हमें देश को बचाना हैं. हम अपनी विविधता में एकजुट हैं.”

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “हमारा एक ही मिशन है- देश बचाना, लोकतंत्र बचाना.”

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