मध्य प्रदेश में 17 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ कमलनाथ ही मुख्यमंत्री पद शपथ लेंगे. बाकी मंत्रियों को अभी इंतजार करना होगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्रालयों के बटवारें पर अपनी बात नहीं पाई है. ऐसे में नए मंत्रिमंडल की शपथ बाद में होगी.
दरअसल, कमलनाथ 17 दिसंबर को दोपहर 1:30 बजे भेल के जंबूरी मैदान पर मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. इसके अलावा कमलनाथ के मंत्रियों के नाम पर मंथन शुरू हो गया है.
उधर भोपाल स्थित भेल के जंबूरी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिग्गज हस्तियों को आमंत्रित किया गया है. आयोजन स्थल का जायजा शुक्रवार देर रात से ही अधिकारियों ने शुरू कर दिया है. आयोजन स्थल में समारोह की तैयारी का सिलसिला तेज़ हो गया है.
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शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी समारोह में शिरकत करेंगे. कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के बहाने कांग्रेस महागठबंधन की ताकत दिखाना चाहती है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी इस समारोह में शिरकत के लिए ममता बनर्जी, मायावती, अखिलेश यादव, चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल को न्योता भेज रही है.
वहीं कमलनाथ ने न्यूज18 से खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस की शक्ति प्रदर्शन की कोई योजना नहीं है लेकिन उनके शपथ ग्रहण में कई विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं. कमलनाथ ने कहा, ‘तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत ने महागठबंधन को ताक़त दी है. शपथ ग्रहण में हम सबको बुला रहे हैं, यह कोई शक्ति प्रदर्शन हीं है, आप इसे विपक्षी एकता का प्रदर्शन कह सकते हैं.’