पटना।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का नाम लिए बिना उनके खिलाफ बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सुशील मोदी को अवसरवादी, पिछलग्गू और छपास का पीड़ित ही नहीं डेंगू का मच्छर भी बताया है। कुशवाहा का ताजा ट्वीट दोनों नेताओं के बीच चल रहे ट्वीट वॉर की कड़ी है।
इसके पहले उपेंद्र कुशवाहा ने लोकसभा चुनाव को ले सीट शेयरिंग के मुद्दे को सुलझाने के लिए भाजपा को 30 नवम्बर तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि उसके बाद उनकी पार्टी अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होगी। इस तरह उन्होंने 30 नवंबर तक राजग में बने रहने की घोषणा कर दी है।
कुशवाहा-सुशील मोदी में ट्वीट वॉर जारी
बिहार में लोकसभा चुनाव की सीट शेयरिंग को लेकर राजग में वाद-विवाद जारी है। इसी के तहत उपेंद्र कुशवाहा व सुशील कुमार मोदी आमने-सामने हो गए हैं। कुशवाहा राजग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिक तरजीह तथा उनकी पार्टी को भाजपा के बराबर व अधिक सीटें दिए जाने की घोषणा से नाराज हैं। वे राजग में अपनी पार्टी के लिए ‘सम्मानजनक’ सीटें चाहते हैं। इसे लेकर कुशवाहा ने जब नीतीश कुमार को निशाने पर लिया तो सुशील मोदी बचाव में खड़े हो गए। इसके बाद दोनों के बीच ट्वीट वॉर शुरू हो गया है।
सुशील मोदी को बताया डेंगू-मलेरिया मच्छर
अपने ताजा ट्वीट में सुशील मोदी की ओर इश्ाारा करते हुए कुशवाहा लिखते हैं कि ‘कई लोग राजनीतिक पिछ्लग्गू होते हैं। वे छपास रोग से पीड़ित, मिजाज़ से अवसरवादी व घोर सत्तापरस्त होते हैं। उनकी उपयोगिता सहयोगी पार्टी या नेता के भोंपू के तौर पर बखूबी होती है। ऐसे लोग मच्छर की भांति खून पीकर अपनी ही पार्टी में मलेरिया-डेंगू फैलाते हैं और अपना वजूद जिंदा रखते हैं।
सुशील मोदी को सृजन घोटाला पर बोलने की नसीहत
कुशवाहा ने सुशील मोदी के एक ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की हर संभव कोशिश की। लेकिन जरा, सृजन घोटाले पर भी तो कुछ बोलिए?
इसके पहले उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा सुप्रीमो अमित शाह से मिलने की कई नाकाम काेशिश की। फिर, रालोसपा राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार की भरसक कोशिश है कि रालोसपा पार्टी खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दूसरों की बातों में नहीं आना चाहिए। मैं वे सीट शेयरिंग के लिए अपनी तरफ से कोई पहल नहीं करेंगे।
बैठक में नहीं पहुंचे दोनों रालोसपा विधायक
खास बात यह है कि रालोसपा की बैठक में पार्टी के दोनों विधायक ललन पासवान और सुधांशु शेखर नहीं पहुंचे थे। ललन पासवान ने पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वे महागठबंधन की बैठक’कर रहे हैं, असली रालोसपा की नहीं। सभी विधायक और सांसद कुशवाहा से अलग हो चुके हैं।
रालोसपा के एकमात्र सांसद रामकुमार शर्मा राज्य कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद रहे, लेकिन बैठक से कहा कि वे राजग के साथ हैं और उपेंद्र कुशवाहा भी राजग का हिस्सा हैं। विदित हो कि कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश का आरोप लगाया है।
भाजपा को दी धमकी, कही ये बात
रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव आनन्द माधव ने कहा है कि उनके महागठबंधन में जाने के रास्ते खुले हैं। भाजपा ने उन्हें नजरअंदाज किया है। भाजपा उस दल के सामने घुटने टेक रही है, जिसका कोई जनाधार नहीं है। भाजपा को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।