सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ 13 हजार करोड़ रुपये का फ्रॉड कर विदेश भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने भारत लौटने से इनकार कर दिया है. नीरव मोदी ने कहा है कि मैने कुछ भी गलत नहीं किया है, लेकिन मैं सुरक्षा कारणों के चलते वापस देश नहीं लौट सकता हूं.आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से भगोड़ा घोषित किए जाने की एप्लिकेशन के जवाब में नीरव ने कोर्ट से कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. पीएनबी स्कैम सिविल ट्रांजैक्शन था और इसे उस मामले से अलग कर तूल दिया जा रहा है. मोदी ने कहा कि मैं सुरक्षा कारणों से देश वापस नहीं लौट सकता हूं.
मॉब लिंचिंग का खतरा- पिछले महीने नीरव मोदी के वकील ने भी विशेष अदालत में सुरक्षा की दलील देते हुए कहा था कि नीरव की वापसी इसलिए नहीं हो सकती क्योंकि भारत लौटने पर उसे मॉब लिंचिंग का खतरा है. हालांकि, कोर्ट ने इस दलील को मानने से इनकार कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि इसका हमारे मामले से कोई लेना-देना नहीं है, अगर कोई खतरा है तो नीरव को पुलिस से सुरक्षा मांगनी चाहिए.
क्या है मामला- फरवरी 2018 में पीएनबी फ्रॉड सामने आया था. हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी से गॉरंटी पत्र हासिल कर विदेशों में अन्य भारतीय बैंकों से कर्ज लिया. दोनों ही आरोपी देश छोड़कर दूसरे देश में रह रहे हैं. सरकार दोनों के प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटी है.
ईडी ने मेहुल चौकसी के गीतांजलि ग्रुप से जुड़ी कंपनी की थाईलैंड स्थित फैक्ट्री भी अटैच की है. इस फैक्ट्री की कीमत 13 करोड़ रुपए है. ईडी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पिछले साल जुलाई में सीबीआई कोर्ट को भेजी एप्लिकेशन में चौकसी ने भी भारत की जेलों में प्रताड़ना और मॉब लिंचिंग का खतरा होने की बात कही थी.