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आईईएस यूनिवरसिटी में राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन

आम सभा, भोपाल : भोपाल आईईएस यूनिवरसिटी द्वारा प्लास्टिक और फ्लाई ऐश को प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने की दिशा में यूटिलाइजेशन ऑफ प्लास्टिक एंड फ्लाई ऐश टुवर्ड्स क्रिएटिंग पॉल्यूशन फ्री एनवोयरमेंट राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन आईईएस कैम्पस के सभागार में किया गया। राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ डॉ॰ एस के धवन, एमेरिटस साइंटिस्ट, एनपीएल, नई दिल्ली, डॉ॰ विजय प्रकाश, एनटीपीसी, नई दिल्ली, डॉ॰ एस अमृतफले, रिटायर्ड एक्टिंग डाइरेक्टर, सीएसआईआर, एएमपीआरआई, भोपाल, बसंत कुमार नायक, डाइरेक्टर, एमपीआरआरए, भोपाल एवं डॉ नवीन चन्द्र, वाइस चान्सेलर, आईईएस यूनिवरसिटी, भोपाल द्वारा दीप प्रजावलन कर किया गया। सेमिनार में आईईएस ग्रुप सहित शहर के अन्य कॉलेज के 400 इंजीन्यरिंग एवं पॉलिटैक्निक के छात्रो ने हिस्सा लिया।

आईईएस यूनिवरसिटी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार में सभी एक्स्पर्ट्स ने अपने व्यखान दिये जिनमे पहले सत्र में डॉ॰ एस के धवन, ने प्रेजेंटेशन के मध्यम से जिन्होंने फुटपाथ और सड़कों के लिए बहुलक अपशिष्ट-फ्लाई ऐश टाइल बनाने की अपनी तकनीक हस्तांतरित की उसके बारे में विस्तार पूर्वक समझाया साथ ही इसके प्रौद्योगिकी फायदे के बारे में बताया। वही बसंत कुमार ने 8-10% पॉलिमर कचरे का उपयोग करके तैयार की गई बेदम सड़कों के बारे में बात की और उल्लेख किया कि ये सड़कें अधिक मजबूत और लंबे समय तक चलने वाली हैं।

राष्ट्रीय सेमीनार के दूसरे सत्र में डॉ विजय प्रकाश ने पावर प्लांट बॉयलरों में अपने ईंधन मूल्य अर्थात दानेदार बहुलक कचरे के लिए पॉलिमर के उपयोग के बारे में बात कही, उन्होंने बहुलक कचरे को डीजल में बदलने का महत्व बताया एवं उसपर ज़ोर डाला। डॉ॰ एस अमृतफले ने फ्लाई ऐश द्वारा सड़क निर्माण एवं पेविंग ब्लॉक के अनुप्रयोगों एवं जियोप्लास्टिक तकनीक के बारे में बताया साथ ही कहा के अब इस तकनीक को उद्योग में स्थानांतरित कर दिया गया है।

राष्ट्रीय सेमीनार के अंत में डॉ (प्रोफ) ज्योतिराम सावले, रजिस्ट्रार आईईएस यूनिवरसिटी ने सभी आतिथिओ का आभार व्यक्त कर उन्हे स्मृति चिन्ह भेट किया साथ ही आईईएस कॉलेज के फ़ैकल्टि मेम्बर एवं छात्रो सहित अन्य इंजीन्यरिंग कॉलेज के छात्र एवं फ़ैकल्टि ने अपना पेपर प्रेजेंटेशन दिया।

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