आम सभा, धर्मेंद्र साहू, भोपाल : राजधानी के प्रसिद्ध पुष्पांजली सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल में पहली बार हाईटेक तकनीक से ओवेरियन कैंसर से जूझ रही रिचा गर्ग का ओवरी कैंसर का सफल इलाज कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ. राहुल अग्रवाल ने किया। रिचा गर्ग को ओवरी कैंसर का पता डिलेवरी के दौरान पता चला जाँच में बीमारी तीसरी स्टेज पर रिचा गर्ग की पूरी स्थिति पर विचार करने के बाद डाॅ. राहुल अग्रवाल ने सीआरएस हिपेक तकनीक अपनाने का फैसला लिया। इसके लिए उनके पास मुम्बई से मंगाई गई हाईटेक मशीन की तैयारिया की गई।
रिचा गर्ग की पहली कीमोथेरेपी और फिर सीआरएस एवं हाईटेक सर्जरी की गई। यह भोपाल का पहला मामला था जब इस तकनीक का इस्तेमाल हुआ। कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर राहुल अग्रवाल ने बताया कि पारंपरिक कीमोथेरेपी में कैंसर कोशिकओं को नष्ट करने के लिए सर्जरी के बाद नस के जरिए दवा को रक्त में पहुंचाया जाता है। हाईटेक तकनीक में सर्जरी के बाद पेट में कैंसर की दवा पहुंचाई जाती है। इसमें हाईटेक मशनी का प्रयोग होता है। इसके लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर गाइडलाइन बनी है। रिचा गर्ग को पहले साइटो रिडक्टिव सर्जरी (सीआरएस) के जरिए गर्भाशय, अंडाश्या और आंतों का कुछ हिस्सा, गाल ब्लैडर, पेरीटोनियम, लिम्फ नोड्स को हटाया गया।
इसके बाद हाईटेक तकनीक से प्रभावित कोशिकाओं पर ही सर्जरी के दौरान कीमोथेरेपी दी गई। इससे शरीर में कैंसर ग्रस्त बची कोशिकाओं पर तत्काल दवा का असर होता ह एवं कीमोथेरेपी का दुष्प्रभाव कम हुआ। इस तकनीक में मरीज को सही मात्रा में दवा देना और सही तापमान देना चुनौपीपूर्ण होता है। रिचा गर्ग को करीब दो सप्ताह बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। अभी रिचा गर्ग समान्य रूप से सही है व अभी उन्हे अपने अंदर ऐसी कोई भी परेशानी महसूस नहीं हो रही है जो सामान्यतः कैंसर के मरीजो को होती है। उन्होंने बताया कि वह अस्पताल के सभी स्टाॅफ का तहे दिल से धन्यवाद देती है। सर्जरी करे वाली टीम में कैंसर रोग विशेषज्ञ आॅन्कोलाॅजिस्ट डाॅ. राहुल अग्रवाल के साथ डाॅ. नीनाद मुंबई से, एनेस्थेटिस्ट डाॅ. यशवंत एवं पुष्पांजलि अस्पताल का समस्त स्टाफ शामिल रहा।