जबलपुर
जबलपुर जिले में एक बार फिर दूध के दाम बढ़ा दिए गए हैं। यह बढ़ोतरी बिना किसी पूर्व सूचना के की गई है। डेयरी संचालकों ने 70 रुपये प्रति लीटर दूध के दाम को सीधे 73 रुपये कर दिया है। इस अचानक हुई बढ़ोतरी से आम लोग हैरान हैं। खास बात यह है कि यह निर्णय बिना प्रशासनिक मंजूरी या किसी संवाद के हुआ है।
स्थानीय नागरिक उपभोक्ता मंच और मानव अधिकार संगठनों ने इस निर्णय का विरोध किया है। घंटाघर क्षेत्र में लोगों ने प्रदर्शन कर प्रशासन से मांग की कि इस मूल्य वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए। लोगों का कहना है कि त्योहारों के समय जानबूझकर दाम बढ़ाकर जनता पर बोझ डाला जा रहा है।
प्रदर्शन में नागरिक मंच के सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता और मानवाधिकार संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। मंच के सदस्यों का कहना है कि डेयरियों द्वारा मिलावटी दूध बेचा जा रहा है, फिर भी वे दाम लगातार बढ़ा रहे हैं। यह उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है।
समाजसेवी डॉ. पीजी नाजपांडे ने बताया कि परियट क्षेत्र में डेयरी संचालकों की बैठक में सामूहिक रूप से रेट तय किया गया, जो मोनोपोलीज एंड रेस्ट्रिक्टेड प्रैक्टिसेज एक्ट (MRTP) के खिलाफ है। उन्होंने कलेक्टर से अपील की कि जिला दण्डाधिकारी के नाते इस तरह के निर्णय को खारिज किया जाए।
मानव अधिकार संगठन के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार वाधवानी समेत कई लोगों ने जिला प्रशासन और स्थानीय विधायकों से अपील की है कि वे जनता की आवाज उठाएं और दूध के दाम कम कराएं। संगठन ने इस विषय में ज्ञापन सौंपकर केबिनेट मंत्री राकेश सिंह से भी हस्तक्षेप की मांग की है।