पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है. गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है और जिस तरह मौसम बना हुआ है उससे लगता है कि अभी राहत मिलना मुश्किल है. जिस मानसून को 1 जून को आ जाना चाहिए था वो अब तक नहीं आया है. मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो दिन का इंतजार और करना होगा.
8 जून को केरल में मानसून दस्तक देगा तब जाकर देश में लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी. वहीं पूर्वोत्तर भारत में भी 8 जून को ही मानसून की दस्तक होगी.
दिल्ली और उसके असपास के इलाकों में आज भी भीषण गर्मी जारी है. कई जगहों पर बादल छाए हुए हैं. उम्मीद की जा रही है कि देर शाम तक बारिश हो सकती है. दिल्लीवालों को आज तो राहत मिल सकती है, लेकिन यहां पर मानसून इस बार 10 से 15 दिन देर से ही पहुंचेगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ में अगले तीन-चार दिनों तक जबरदस्त गर्मी रहेगी. कई इलाकों में तो मानसून सात से 15 दिन देर से आएगा.
साफ है कि उत्तर भारत के लोगों को अभी दूर-दूर तक गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. प्री मॉनसून बारिश ने भी इस बार निराश किया है. मौसम का हाल बताने वाली निजी संस्था SKYMET की मानें तो इस बार मानसून से पहले होने वाली बारिश 65 सालों में दूसरी बार इतनी कम दर्ज की गई है.
भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग ने आज दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई है. दिल्ली में तो मौसम विभाग ने शुक्रवार तक येलो अलर्ट जारी किया है. लोगों को जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलने की अपील की है.
कई इलाकों में पारा 50 के आसपास
नार्थवेस्ट इंडिया के कई इलाकों में पारा 50 डिग्री के आसपास लगातार बना हुआ है. लोगों को कई जगह पानी की किल्लत से भी दो-चार होना पड़ रहा है. राजस्थान के रेतीले इलाकों में तो जीना दुश्वार हो गया है. चुरू में पारा 50 डिग्री के निशान को भी पार कर 51 तक पहुंच चुका है. राजस्थान के ही जोधपुर में तमाम जलाशय सूख चुके हैं.
ग्रामीण इलाकों में पानी का संकट और गहरा गया है. जून के महीने में शहर का औसत अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री दर्ज हुआ है.