कर्नाटक की तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए शनिवार को वोटिंग हो रही है. इस चुनाव को सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की परीक्षा माना जा रहा है क्योंकि नतीजों का असर राज्य के राजनीतिक परिदृश्य पर पड़ने की संभावना है.
यह चुनाव को इसलिए भी अहम है क्योंकि दोनों ही दल साथ मिलकर मैदान में उतरे हैं और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यह कांग्रेस-जेडीएस के लिए परीक्षा की घड़ी है. उपचुनाव के बाद राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के मुकाबले के लिए तमाम विपक्षी दल एकजुटना की कोशिशों में लगे हैं.
– दोपहर तीन बजे तक बेल्लारी में 47 प्रतिशत, शिमोगा में 41 प्रतिशत, मंड्या में 38 प्रतिशत वोटिंग हुई है. विधानसभा सीट रामनगर 55 प्रतिशत और जामखंडी में 59 प्रतिशत वोट पड़ चुके हैं.
– सुबह 9 बजे तक बेल्लारी में 4.4 प्रतिशत, शिमोगा में 8.6 प्रतिशत, मंड्या में 4.18 प्रतिशत वोटिंग हुई है. विधानसभा सीट रामनगर 8 प्रतिशत और जामखंडी में 9 प्रतिशत वोट पड़ चुके हैं.
उपचुनाव में बेल्लारी, शिमोगा और मंड्या की लोकसभा सीट, साथ ही रामनगर और जामखंडी विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. वोटिंग के लिए करीब 6,450 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और कुल 54,54,275 योग्य मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. सभी पांच निर्वाचन क्षेत्रों में मुकाबले में कुल 31 उम्मीदवार हैं. हालांकि, मुख्य मुकाबला कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन और बीजेपी के बीच है.
शिमोगा सीट पर पूर्व सीएम और बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा की साख दांव पर लगी है, ये सीट उनके इस्तीफे के बाद खाली हुई है. इस सीट से उनके बेटे बी एस राघवेंद्र चुनाव लड़ रहे हैं जिनका मुकाबला जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के बेटे मधु बंगारप्पा से हो रहा है.
वोटिंग से पहले हुचार्य स्वामी मंदिर में दर्शन करने पहुंच येदियुरप्पा ने कहा कि 101 फीसद मेरा बेटा राघवेंद्र चुनाव जीतेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी पूर्ण बहुमत से हर सीट पर जीत रही है साथ ही बेल्लारी, जामखंडी सीटों पर भी हम चुनाव जीत रहे हैं.