
गुरुवार को जमा की निविदा
एतिहाद ने जेट एयरवेज में हिस्सेदारी खरीदने के लिए गुरुवार को अपना टेंडर जमा कर दिया है। इससे एसबीआई के अगुवाई वाले बैंकों के समूह ने राहत की सांस ली है। जेट ने गुरुवार को ही अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन रद्द कर दिया था।
बैंक कर रह थे मनाने की कोशिश
बैंक पिछले दो महीने से एतिहाद को अपना निवेश बढ़ाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे। अब माना जा रहा कि एतिहाद, जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी को 49 फीसदी तक बढ़ा सकती है।
1900 करोड़ का करेगी NIIF निवेश
राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईफ) ने जेट एयरवेज में 1900 करोड़ रुपये का निवेश करने पर अपनी सहमति जताई है। यह निवेश वो टीपीजी कैपिटल फंड के साथ मिलकर करेगी, ताकि उसके पास इसका मालिकाना हक आ जाए। जेट के पास इतनी अचल संपत्ति भी नहीं है कि उसको दिवालिया प्रक्रिया के तहत ले जाया जाए। इसके साथ में निजी इंडिगो पार्टनर भी बोली में भाग ले सकते हैं। वहीं विदेशी एयरलाइन कंपनियां डेल्टा और एयर फ्रांस के साथ भी बातचीत चल रही है।
रोजाना हो रहा है 30 लाख डॉलर का नुकसान
जेट को फिलहाल रोजाना 30 लाख डॉलर का नुकसान हो रहा है। इसके साथ परिचालन से बाहर होने वाले विमानों की संख्या 79 पहुंच गयी है। शुक्रवार को जेट एयरवेज के केवल 14 विमान परिचालन में रह गए हैं।
कंपनी ने बीएसई को दी सूचना
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को दी सूचना में एयरलाइन ने कहा कि पट्टा समझौते के तहत पट्टे की बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के कारण 10 अन्य विमानों का परिचालन बंद करना पड़ा है। कोष जुटाने में लगी जेट एयरवेज ने कहा कि वह अपने नेटवर्क पर बाधाओं को कम करने के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। कंपनी के बयान के अनुसार, ‘कंपनी इस संदर्भ में जरूरी जानकारी से नागर विमानन महानिदेशालय को अवगत कराती रहेगी।’
गोयल ने संकट में फंसी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज में अपनी 26 फीसदी हिस्सेदारी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के पास गिरवी रखी है। यह हिस्सेदारी कर्ज के लिए सुरक्षा गारंटी है। बता दें कि ऋण समाधान योजना के तहत, नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनिता गोयल पिछले सप्ताह कंपनी के निदेशक मंडल से हट गए थे।