अप्रैल में महंगाई के मोर्चे पर सरकार को झटका लगा है. महीने दर महीने आधार अप्रैल में खुदरा महंगाई बढ़कर 2.92 फीसदी पर आ गई है. मार्च में खुदरा महंगाई 2.86 फीसदी पर थी. महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में सब्जियों की महंगाई बढ़कर 2.87% हो गई. वहीं खाद्य महंगाई 0.3% बढ़कर 1.1 फीसदी हो गई. महीने दर महीने आधार पर हाउसिंग महंगाई 4.93 फीसदी से घटकर 4.76 फीसदी रही. सोमवार को केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में फूड बास्केट की मुद्रास्फीति 1.1 फीसदी और मार्च में 0.3 फीसदी थी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मौद्रिक नीति तय करते समय मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को ध्यान में रखता है.
महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में दालों की महंगाई -2.25 फीसदी से बढ़कर 0.89 फीसदी हो गई. महीने दर महीने आधार पर सब्जियों की महंगाई -.1.49 फीसदी से बढ़कर 2.87 फीसदी हुई.
अप्रैल में महीने दर महीने आधार पर कपड़े-जूतों की महंगाई 2.59 फीसदी से घटकर 2.01 फीसदी रही. वहीं महीने दर महीने आधार पर अनाज की महंगाई 1.25 फीसदी से घटकर 1.17 फीसदी हो गई.
महीने दर महीने आधार पर फ्यूल, बिजली महंगाई 2.42 फीसदी से बढ़कर 2.56 फीसदी हुई. अनुमान जताया जा रहा है कि आम लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद महंगाई तेजी से बढ़ेगी और इसका सबसे ज्यादा असर खाने-पीने की चीजों पर पड़ेगा.
यह लगातार 9वां महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित लक्ष्य अधिकतम 4 फीसदी से कम है. विशेषज्ञों ने अप्रैल में मुद्रास्फीति 2.97 फीसदी रहने की उम्मीद जताई थी.