गुरु के मेष में जाते ही, वहां मौजूद राहू के साथ चांडाल योग बनायेंगे, जो 30 अक्टूबर तक राहू के मीन राशि में जाने तक रहेगा। फलत : धार्मिक सामाजिक चारित्रिक ह्रास एवं उग्रता के साथ प्राणी का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। धन व अति महत्वाकांक्षा के चलते सही गलत उचित अनुचित जाने बिना किसी भी हद तक व्यक्ती जा सकता है। प्रभावित राशियां निम्नलिखित है:-
A- मेष : कार्य व्यापार नौकरी मान सम्मान एवं आर्थिक मामलों में अत्यधिक सतर्क रहें।
B- मिथुन : बिजनेस धननिवेश के निर्णय व्यापारी सोच विचारकर करें और, नौकरी पेशा कोताही न बरतें। तथा
पद प्रतिष्ठा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।
C- कन्या : व्यय पर नियंत्रण, मकान प्रॉपर्टी वाहन क्रय सोच समझकर करें। घर कुटुंब कार्य व्यवसाय में किसी प्रकार के विवाद से दूर रहने मे भलाई है।
D- धनु : व्यापार नौकरी भाग्य भरोसे न करें। आर्थिक मामलों में हानि , असावधानी से वाहन दुर्घटना सम्भव।
मकर : भौतिक सुखों में विघ्न – बाधा, अशांति, व्यापार कार्य नौकरी में उलझन। स्वास्थ्य प्रभावित तथा किसी पुराने मामले के उभरने से क्षोभ।
उपाय : ॐ राम रामाय नमः का जप, केले के पेड़ मे गुड चने का भोग दीपदान, गाय को रोटी गुड या गुरु का व्रत शाकाहारी न रह पायें तो रवि मंगल एवं गुरुवार को मांस मदिरा से दूरी बनाने में ही भलाई है। हरि ॐ🙏
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