आम सभा, संतोष सिंह, गोरखपुर। प्रदेश के पशुधन मत्स्य राज्य सम्पत्ति एंव नगर भूमि राज्य मंत्री जयप्रकाश निषाद ने कहा कि सरकार किसानों के उत्थान, उन्नयन एंव उनके सर्वांगीण विकास हेतु निरन्तर कार्य कर रही है और उनके हितार्थ अनेक योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लिए कृषि के साथ साथ पशुपालन भी आवश्यक है ताकि पशुपालक/कृषक अपनी आय बढ़ा सके। पशुओं से कृषि आय स्वत: बढ़ती है और आय के साथ साथ किसानों का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
उक्त बातें पशुधन राज्य मंत्री ने मानबेला मैदान में आयोजित पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होंने सभी स्टाल/प्रदर्शनी का विधिवत अवलोकन किया। मंत्री जी ने कहा कि पशु संरक्षण सरकार की प्राथमिकता है और इस हेतु व्यापक तौर पर पशु संरक्षण केन्द्र बनाये गये है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 500 गोशाला संचालित है, गोआश्रय बनाने हेतु सभी जनपदों को धनराशि उपलब्ध करायी गयी हैं।
पशुधन राज्य मंत्री ने कहा कि मिट्टी की जांच, नीम कोटेड यूरिया, कम लागत में ज्यादा से ज्यादा उपज हेतु तकनीकी व्यवस्थ अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना में बड़े पैमाने पर बजट का प्राविधान किया है। समर्थन मूल्य के तहत किसानों का धान/गेहूं क्रय किया जा रहा है, छृट्टा आवारा पशुओं के लिए सभी जिलों में गोआश्रय बनाये जा रहे है। उन्होंने खेती के साथ पशुपालन, कुक्कुट, मत्स्य पालन आदि पर विशेष ध्यान देना होगा। गोरखपुर एंव देवरिया जनपद कुक्कुट पालन में प्रथम स्थान पर है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ पशुपालकों/मत्स्य पालकों को भी मिलेगा। किसान समृद्धि योजना के तहत केन्द्र सरकार द्वारा कृषकों को रू0 6000 सालाना उपलब्ध करायी जायेगी।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 डी0के0 शर्मा ने मुख्य अतिथि सहित उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि वृहद पशु मेले का आयोजन कर पशुपालकों की समस्या का निदान शासकीय योजनाओं की जानकारी आदि तकनीकी विशेषज्ञों के माध्यम से उपलब्ध कराकर उन्हें जागरूक करना है। अपर निदेश पशुपालन यू.पी. सिंह ने आभार ज्ञापित किया।