आम सभा, भोपाल : असफलताओं की हालत में, कुछ लोग टूट जाते हैं, जबकि कुछ अन्य आगे बढ़ने के रास्ते खोजते हैं और काम पूरा करने की ओर अग्रसर रहते हैं। 2019 के अंत में सामने आया नोवल कोरोना वायरस रोग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी चुनौतियां पेश करने लगा और इसने लाखों लोगों के जीवन पर खतरा खड़ा कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस समस्या के बायोमेडिकल और मनोवैज्ञानिक, दोनों नजरियों से प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
ऐसा कहा जाता है कि भाग्य साहसी लोगों का साथ देता है (स्वामी विवेकानंद), अगर आपके सामने कोई समस्या आती है, तो उसे देखकर भागना नहीं चाहिए और उसका सामना करना चाहिए!
हमें यह समझना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति अकेले युद्ध नहीं जीत सकता है और इसे ध्यान में रखते हुए सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ डिपार्टमेंट, (क्रिस्प), भोपाल में हम, विश्व, भारत और विशेषकर मध्य प्रदेश के लोगों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वर्तमान संभावनाओं, करियर विकास, व्यक्तित्व विकास और कठिन समय में मनोवैज्ञानिक बाधाओं पर काबू पाने के लिए जरूरी आत्मविश्वास बनाये रखने संबंधी योजना बनाने के लिए उनका मनोबल बढ़ा रहे।
क्रिस्प की काउंसलिंग हेल्प डेस्क युवाओं, वयस्कों और वृद्धों को तनाव का जोखिम कम करने, उनकी भलाई, रोगों से बचाव की प्रवृत्ति को बढ़ाने और स्वयं को प्रेरित रखने में मदद करने के लिए तैयार है। क्रिस्प काउंसलिंग सेल ने मनोविज्ञान, जीवविज्ञान, सॉफ्ट स्किल्स तथा प्रबंधन (व्यवहार विज्ञान विभाग, क्रिस्प) संबंधी विशेषज्ञों से उपरोक्त संबंधी सवालों और मार्गदर्शन के लिए, हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं: 78791-72952, 87702-80086, 88188-66875 और 94075-57331। संपर्क करने का समय: प्रात: 10:00 बजे से सायं 7:00 बजे तक
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