पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बीजेपी प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो पर चुनाव आयोग ने आंखें तरेर ली हैं. आज सुबह आसनसोल में मतदान के दौरान एक पोलिंग बूथ में बाबुल सुप्रियो पर जबरदस्ती घुसने और चुनाव अधिकारियों को धमकाने का आरोप है. आरोप है कि बाबुल सुप्रियो आसनसोल के बूथ नंबर 199 में जबरन घुसे थे.
पश्चिम बंगाल में आज कुल 8 सीटों पर वोटिंग हुई थी. सुबह आसनसोल में टीएमसी और बीजेपी के समर्थकों में झड़प हुई, जिसमें बाबुल सुप्रियो पोलिंग बूथ में कुछ लोगों से भिड़ गए. टीएमसी ने इसी मुद्दे पर बाबुल सुप्रियो की दिल्ली में चुनाव आयोग से शिकायत कर दी.
टीएमसी ने शिकायत की थी कि बाबुल सुप्रियो ने बरभनी के बूथ नंबर 199 पर पोलिंग एजेंट से बदसलूकी की है. टीएमसी ने आरोप लगाया था कि बाबुल सुप्रियो ने लोगों को धमकाया है. टीएमसी ने चुनाव आयोग से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी.
दरअसल, आसनसोल में कई ऐसे बूथ हैं जहां पर सेंट्रल फोर्स की तैनाती नहीं थी. ऐसे में बवालियों के हौसले बुलंद थे. कुछ उपद्रवियों ने बाबुल सुप्रियो की कार का शीशा तोड़ डाला. बाबुल का आरोप है कि टीएमसी के लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं. बीजेपी समर्थकों को वोट डालने से रोक रहे हैं.
मतदान के दौरान आसनसोल में हालात इतने बिगड़ गए कि मीडिया की टीम भी बच नहीं पाई. टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों से भी बदसलूकी की. आजतक की टीम भी निशाने पर आ गई.
आसनसोन में बाबुल सुप्रियो की सीधी टक्कर टीएमसी की मुनमुन सेन से है. ऐसे में दिल्ली की भी बंगाल पर पैनी नजर बनी हुई थी. दिल्ली दरबार एक्शन में आया. बीजेपी और टीएमसी दोनों ने चुनाव आयोग का रुख किया और एक-दूसरे के खिलाफ जमकर शिकायतें की.
बंगाल के बवाल पर अब गेंद चुनाव आयोग के पाले में है. ऐसे में देखना है कि बाकी के तीन चरणों के लिए चुनाव आयोग नया क्या करता है. हंगामा करने वालों पर क्या एक्शन लेता है या फिर बवाल के बीच मतदान पिछले चरणों की तरह ही जारी रहता है?