विभागीय कार्य धरातल पर दिखाई दें: राज्यमंत्री श्रीमती गौर
विभागीय योजनाओं की समीक्षा की
भोपाल
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि जनकल्याण के सभी कार्य धरातल पर दिखाई देने चाहिए। ये सुनिश्चित करने के लिए विभागीय समितियों के जरिए हर योजना को ध्यान में रखकर आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। ऐसे में पंक्ति के अंत में खड़े व्यक्ति के लिए चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए हरसंभव प्रयास होंगे।
राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने बैठक में संचालित योजनाओं में सरदार वल्लभ भाई पटेल निःशुल्क कोचिंग योजना के संबंध में आयुक्त की अध्यक्षता में उपसमिति गठित कर पिछड़ा वर्ग के अधिक से अधिक बच्चों को सिविल सेवा, नीट, जेईई, क्लैट एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने की कार्ययोजना बनाने के लिए कहा। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि विभाग में संचालित उद्यम-स्वरोजगार योजना को प्रभावी तरीके से विभिन्न परम्परागत व्यवसाय के साथ-साथ आईटीआई, निफ्ट जैसे संस्थानों से जोड़कर अभ्यर्थियों को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता एवं बाजार उपलब्ध कराने की ओर भी सशक्त प्रयास करें।
मंत्री श्रीमती गौर ने छात्रावासों की मरम्मत के साथ ही उसमें मेस सेवा शुरू किए जाने की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर जर्जर भवनों का कार्य पहले करवाना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में विभाग द्वारा संचालित पिछड़ा वर्ग विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना की छात्रवृत्ति शीघ्र वितरण के निर्देश दिए।
उपरोक्त सभी बिंदुओं पर समीक्षा उपरांत राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने 30 अप्रैल तक सभी योजनाओं की समीक्षा की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा तथा विभागीय पत्रों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार, आयुक्त श्री सौरभ कुमार सुमन, अपर सचिव श्री अनुराग चौधरी, श्री नीरज वशिष्ठ, डॉ. देवेश मिश्रा, श्रीमती ममता भट्टाचार्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।