नई दिल्ली
दिल्ली के फाइव स्टार होटल हयात में बीएसपी के पूर्व सांसद के बेटे आशीष पांडेय की दबंगई के मामले में पता चला है कि होटल के क्लब में आयोजित पार्टी में कुछ लड़कियां दुबईसे भी बुलाई गई थीं। पुलिस जांच के मुताबिक, इनमें दुबई से ही इवेंट मैनेजमेंट का बिजनेस ऑपरेट करने वाली लड़की भी थी। इसका अंदेशा जताया गया है कि वह लड़की दुबई जा चुकी है।
गौरतलब है कि होटल के क्लब में सिर्फ वीकेंड में ऐसी पार्टी की जाती है। शनिवार-रविवार रात 9-10 बजे से शुरू होकर पार्टी में तड़के 4 बजे तक लोग मौज-मस्ती करते हैं। इसमें सिर्फ क्लब मेंबर्स को या उनके जरिए दूसरों को एंट्री मिलती है। पुलिस जांच में सामने आया है कि उस रात क्लब में निपुण नाम के शख्स ने पार्टी आयोजित की थी। वह (निपुण) साहिल नाम के उस शख्स का दोस्त है जो विडियो में पिस्टल लिए आशीष को होटल से चले जाने के लिए समझाता नजर आ रहा है। पुलिस यह जांच भी कर रही है कि आशीष की बीएमडब्लू कार में जो लड़कियां थीं, वे कौन थीं और कहां से आई थीं।
पुलिस को शक, नेपाल भाग चुका है आशीष
उधर, मामले का मुख्य आरोपी आशीष पांडेय बुधवार को पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है। पुलिस को उसके नेपाल भाग जाने का शक है। इधर, आशीष पांडेय के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट ने गैरजमानती वॉरंट जारी किया है। आशीष उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद राकेश पांडेय का बेटा है। अभी भी आशीष के परिवार में दो विधायक हैं। आशीष खुद रियल स्टेट और शराब का कारोबार करता है।
बता दें कि शनिवार को एक पार्टी के दौरान आशीष पांडेय होटल में अपनी कुछ विदेशी महिला साथियों के साथ मौजूद था। लेडीज वॉशरूम में उसकी महिला साथियों के साथ दूसरी महिला से झड़प हो गई। इसी बीच आशीष अपनी महिला दोस्तों को लेकर पोर्च में आ गया। यहां आशीष ने होटल की पार्किंग में खड़ी अपनी बीएमडब्ल्यू कार को मंगाया।
पुलिस का कहना है कि कार के अंदर उसकी पिस्टल रखी थी, उसने कार के अंदर से पिस्टल निकाली। फिर वह पिस्टल हाथ में लेते हुए पोर्च में सीढ़ियों पर खड़े इन महिला-पुरुष के पास आया और गंदी-गंदी गालियां देते हुए इन्हें डराने की कोशिश की। होटल में पिस्टल लेकर दबंगई करने वाले आशीष के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है।
चाचाओं का आपराधिक इतिहास
आशीष पांडेय के दोनों चाचा कृष्ण कुमार उर्फ कक्कू पांडेय और पवन पांडेय का जिले में काफी लंबा आपराधिक इतिहास है। कक्कू पांडेय को बहुचर्चित केरे सिंह हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा मिली थी, लेकिन बाद में वह हाई कोर्ट से बरी हो गए और मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी में हैं।