ग्वालियर। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ग्वालियर जोन डी.श्रीनिवास वर्मा ने बढ़ते सायबर अपराधों की रोकथाम हेतु वरिष्ठ अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है। इन निर्देशों के परिपालन में ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने फर्जी कॉल सेन्टर के जरिये दुबई में नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों के साथ ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
9 जुलाई को फरियादी आशीष शास्त्री निवासी लक्कड़खाना पुल, ग्वालियर ने शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया था कि जून माह में द जॉबकार्ट डॉट कॉम से दो व्यक्तियों ने दुबई में नौकरी लगवाने के लिए कॉल किया। नौकरी दिलाने के एवज में उन्होंने 44 हजार रूपए पैसे की मांग की। मेरे द्वारा उक्त राशि रोजरपे के माध्यम से 27 जून को दिए गए। इसके बाद दबाव बनाकर 70 हजार 900 रूपए ओर लिए। इस प्रकार इन लोगों द्वारा दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 73 लाख 30 हजार रूपए की ठगी की है। फरियादी की शिकायत पर दोनों आरोपियों के विरूद्ध क्राइम ब्रांच ग्वालियर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी द्वारा अति0 पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) राजेश डण्डोतिया को क्राइम ब्रांच की टीम बनाकर उक्त ठगी के रैकेट का पर्दाफाश करने हेतु निर्देशित किया तथा प्रकरण के आरोपियों की तलाश कर प्रकरण का खुलासा करने हेतु पुलिस अधीक्षक ने 24 जुलाई 2022 को एसआईटी का भी गठन किया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देषों के परिपालन में नगर पुलिस अधीक्षक मुरार ऋषिकेष मीणा,भापुसे, डीएसपी अपराध ग्वालियर रत्नेष तोमर एवं विजय भदौरिया के मार्गदर्शन में एसआईटी एवं काईम ब्रांच की टीम को विवेचना के दौरान आये तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर प्रकरण के दोनों आरोपियों की तलाश हेतु दिल्ली भेजा गया। टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि उक्त प्रकरण का एक आरोपी डीडीए फ्लेट नं. 129 न्यू रंजीत नगर, नई दिल्ली में है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपी को मुखबिर के बताए स्थान से पकड़ा।
आरोपी से पूछताछ करने पर उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर फर्जी कॉल सेंटर संचालित करना एवं द जॉबकार्ट डॉट कॉम की वेबसाईट के माध्यम से लोगों को दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखे से रूपये ऐंठना कबूल किया। आरोपी ने फरियादी के साथ नौकरी लगवाने के नाम पर 73 लाख रूपये की धोखाधड़ी की बात भी स्वीकार की।
कॉल सेंटर की तलाशी लेने पर आठ लेपटॉप, दो मॉडम, आठ वायरलेस टेलीफोन, एक मोबाइल फोन, 06 लाख रूपये नगद तथा दस्तावेज आदि पुलिस ने जब्त किए हैं। प्रकरण के दूसरा आरोपी जो कि फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड है, पुलिस टीम को मौके पर नही मिला जिसकी तलाश की जा रही है। पकडे़ गये पकड़े गये आरोपी के पास से मिले रिकार्ड के आधार पर इन लोगों द्वारा लगभग 01 करोड़ 29 लाख रूपये से अधिक की ठगी किया जाना परिलक्षित हुआ है।