नई दिल्ली
कांग्रेस ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जंग के लिए की गई दीया जलाने की अपील पर निशाना साधा. कांग्रेस ने कोरोना से इस लड़ाई के संबंध में केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे. इसके लिए कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक के बाद एक कई पोस्ट किए. इनमें पीएम मोदी की तस्वीर और कांग्रेस की ओर से पूछे गए सवाल हैं.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से कोरोना संक्रमण से जंग में जुटे डॉक्टरों और अन्य लोगों को वस्तुओं की कमी पर भी सवाल पूछा है. पार्टी ने कहा, ‘आखिर बिना टेस्ट की संख्या बढ़ाए सरकार किस चमत्कार के भरोसे कोरोना से लड़ाई को जीतने की उम्मीद लगाए बैठी है? बिना दर्द का पता किए दवा हो ही नहीं सकती. विशेषज्ञों की सलाह को नजरअंदाज कर सरकार देशवासियों के जीवन से खेल रही है.’
कांग्रेस ने कहा, ‘कोरोना संक्रमण से जंग में सरकार के अंदर योजना का अभाव क्यों है? वेंटिलेटर, ICU बेड के बिना कोरोना जैसी महामारी की भयावहता से नहीं निपटा जा सकता.’
कांग्रेस ने ट्विटर पर कहा, ‘मौजूदा संसाधनों का इस्तेमाल न करके सरकार इस लड़ाई को मुश्किल क्यों बना रही है? पीएम राहत कोष का पैसा ऐसी ही महामारी से निपटने के लिए है. अगर सरकार पीएम केयर्स फंड में देरी के बजाय राहत कोष का पैसा इस्तेमाल करती तो, मुश्किल हालातों से बचा जा सकता था.’
कांग्रेस ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था को कोरोना के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए सरकार ने कोई योजना क्यों नहीं बनाई? प्रोत्साहन पैकेज के जरिए अर्थव्यवस्था को बचाया जा सकता है. क्योंकि, जब कोरोना से निपट लिया जाएगा, तो सही स्थिति में आने के लिए अर्थव्यवस्था का मज़बूत रहना जरूरी है.’
वहीं पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि देश के सभी वर्गों ने पीएम मोदी के संबोधन से जो उम्मीद लगा रखी थीं वो पूरी नहीं हुईं. उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से कहा, ‘प्रधानमंत्री जी, देश को उम्मीद थी कि आप चिकित्सकर्मियों के लिए पीपीई की उपलब्धता के बारे बताएंगे, आप बताएंगे कि किसानों, गरीबों और मजदूरों के खातों में 7500 रुपये डाले जाएंगे. मनरेगा के मजदूरों को उम्मीद थी कि आप उन्हें अग्रिम भुगतान की राशि देने की घोषणा करेंगे.’
खेड़ा ने सवाल किया, ‘अपने कहा था कि ताली और थाली बजाओ, सबने बजाई. अब आप कह रहे हैं कि दीये, मोमबत्ती और टार्च जलाओ, वो भी जला दिया जाएगा. लेकिन यह बताइए कि जिन चिकित्साकर्मियों के लिए आपने ताली और थाली बजवाई थी उन्हें निजी सुरक्षा उपकरण क्यों नहीं मिल रहे हैं? इसकी जिम्मेदारी किसकी है?’