फरीदाबाद :
फरीदाबाद में 27 जून को हुई कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या के मामले में पुलिस ने शनिवार को अहम जानकारी दी है. एसीपी क्राइम अनिल यादव की ओर से शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया गया कि विकास चौधरी की हत्या पैसे के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के कारण हुई है. पुलिस ने मामले में दा आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. एसीपी क्राइम के अनुसार पकड़े गए दो आरोपियों में से एक कौशल गैंग के सरगना कौशल की पत्नी रोशनी है. वहीं दूसरा आरोपी विकास चौधरी पर गोली चलाने वाला विकास नाम का शख्स है.
फरीदाबाद के एसीपी जयबीर राठी ने 27 जून को घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि चौधरी पर हमला उस वक्त हुआ था, जब वह सेक्टर-9 स्थित पीएचसी जिम के बाहर अपनी गाड़ी पार्क कर रहे थे. इस गोलीबारी में कांग्रेस नेता की मौके पर ही मौत हो गई थी. हमलावरों ने उनकी गाड़ी के दोनों तरफ से फायरिंग की. उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने हमलावर सफेद रंग की गाड़ी में आए थे.
उनके अनुसार घटनास्थल पर 12 गोलियों के खोखे मिले थे, वहीं सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में हमलावर दिखाई दे रहे हैं. राठी ने बताया था कि मामले को देखकर लगता है कि हत्या की साजिश काफी पहले से रची गई थी. इतना ही नहीं, इसके लिए संभवत: रेकी भी की गई होगी क्योंकि विकास चौधरी के जिम आने की बात हत्यारों को पहले से पता थी.
पुलिस ने बताया कि चौधरी पर करीब 12 से 15 गोलियां दागी गईं थीं. वह खुद गाड़ी चलाकर जिम पहुंचे थे, उनके साथ कोई नहीं था. गोलियां उनकी गर्दन, छाती पर मारी गईं. हत्या की यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई. गोलियों की आवाज सुनते ही जिम में मौजूद पृथला गांव के नवीन सिंह सेक्टर- 9 के कुछ दुकानदारों के सहयोग से चौधरी को सर्वोदय अस्पताल ले गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया था. पुलिस ने सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया था.