नई दिल्ली
लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की करारी हार के बाद से कांग्रेस में एक के बाद एक इस्तीफों के पेशकश का दौर चल रहा है। पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की और अब राज्य प्रदेश प्रभारी इस्तीफा ऑफर कर रहे हैं। आलम यह है कि असम से लेकर पंजाब और मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक के दिग्गज नेता पद से इस्तीफे की बात कर चुके हैं। अब तक विभिन्न प्रदेशों के 13 वरिष्ठ नेताओं ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष के पास भेज दिया है।
अब तक 13 बड़े नेताओं ने की इस्तीफे की पेशकश
कांग्रेस अध्यक्ष के रास्ते पर चलते हुए अब तक 13 बड़े नेताओं ने इस्तीफे की पेशकश की है। महाराष्ट्र में पार्टी के प्रभारी अशोक चव्हाण ने लोकसभा चुनाव नतीजों के अगले ही दिन इस्तीफा देने की बात कही थी। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा है। जाखड़ ने गुरदासपुर उपचुनाव में जीत मिली थी, लेकिन इस बार वह सनी देओल से हार गए। इससे पहले राज बब्बर और कमलनाथ ने भी नैतिक जिम्मेदारी कहते हुए इस्तीफा देने की बात कही थी। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार और असम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा है।
कांग्रेस में मंथन का दौर जारी, कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात
करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस पार्टी के लिए यह अस्तित्व की लड़ाई है। ऐसे वक्त में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने मुलाकात की है। आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल और अहमद पटेल ने राहुल से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष जल्द ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से भी मुलाकात कर सकते हैं। विधानसभा चुनावों में जीत के बाद भी कांग्रेस को प्रदेश से एक भी सीट नहीं मिली।
प्रियंका और सोनिया के साथ भी राहुल की हुई चर्चा
सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने की बात पर राहुल गांधी से मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी ने भी मुलाकात की। दोनों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी की भावी रणनीति को लेकर चर्चा की है। कांग्रेस में आनेवाले दिनों में बड़े संगठनात्मक बदलाव और पार्टी नेतृत्व को लेकर बड़े बदलाव हो सकते हैं।