आम सभा, हरिओम त्यागी, ग्वालियर। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के लिए राशि एकत्रित करने के लिए सभी के द्वारा प्रयास किए गए। इस वर्ष साढे तीन करोड की राशि एकत्रित की गई। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और मुख्य सचिव ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के लिए राशि एकत्रित करने के लिए यह सलाह भी दी कि स्कूल, कॉलेज और बडे व्यवसायिक संस्थाओं को इसमें योगदान के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों द्वारा राशि एकत्रित करने के लिए किए गए प्रयासों की भी सराहना की।
कलेक्टर भरत यादव को सैनिक कल्याण के प्रति किए गए उल्लेखनीय प्रयासों एवं सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर लक्ष्य से अधिक राशि सैनिक कल्याण निधि में जमा कराने पर सम्मानित किया जाना था। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में उनके स्थान पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन ए.के.एस पलवार ने समारोह में उपस्थित होकर प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी प्राप्त की। जिले में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस की राशि के लिए साढे नौ लाख का लक्ष्य रखा गया। जबकि साढे ग्यारह लाख की राशि एकत्रित की गई। यह पिछले वर्ष से 40 प्रतिशत अधिक थी। इसलिए कलेक्टर को सम्मानित किया गया है।
शहीद सैनिकों के आश्रितों, दिव्यांग सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के पुनर्वास तथा कल्याण के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं । यह राशि चुनौती पूर्ण परिस्थतियों में देश की सीमा पर खडे सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए खर्च की जाती है। झण्डा दिवस के अवसर पर दान की गई राशि पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 297 (2) के अंतर्गत आयकर से छूट का प्रावधान है। यदि कोई संस्था या व्यक्ति स्वेच्छा से एक लाख से अधिक दान करता है तो उस संस्था व व्यक्ति को आयकर में छूट के साथ ही सम्मानित किया जाता है।