अलीगढ़।
अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र से टिकट मिलने के बाद शुक्रवार को मिलने गए भाजपा सांसद सतीश गौतम को राज्यपाल कल्याण सिंह के घर के दरवाजे नहीं खुले। काफी देर इंतजार करने के बाद उन्हें निराश लौटना पड़ा। कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ अंदर मौजूद थे और बाहर भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ काफी देर तक नारेबाजी होती रही। ऐसा शायद पहली बार ही हुआ है, जब कार्यकर्ता इस तरह विरोध में उतरे हों। सतीश गौतम के खिलाफ मुर्दाबाद लगाए गए। यह सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। कल्याण समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। उनकी गाड़ी के आगे लेटकर विरोध जताया।
टिकट की घोषणा के बाद सतीश गौतम अलीगढ़ में मिठाई लेकर कल्याण सिंह से आशीर्वाद लेने मैरिस रोड स्थित उनके आवास राज पैलेस पहुंचे। यहां बड़ी संख्या में कल्याण सिंह के समर्थक खड़े थे। सतीश गौतम ने ज्यों ही आवास में घुसने की कोशिश की तो गार्डों ने गेट बंद कर लिया। सांसद ने आने की सूचना ‘बाबूजी’ तक पहुंचाने को कहा तो जवाब आया कि उनके दांत का इलाज चल रहा है। आराम कर रहे हैं, अभी नहीं मिलेंगे। उनके पुत्र व एटा सांसद राजू भैया से मुलाकात के लिए पास के ही एक मकान में गौतम ने इंतजार किया। राज पैलेस से कोई जवाब न आने पर लौट आए। इसके बाद राज पैलेस के बाहर मौजूद कार्यकर्ता सतीश के अलावा किसी को भी टिकट की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। तब कल्याण सिंह बाहर आए। शनिवार को कल्याण सिंह के समर्थकों ने हंगामा किया। राज्यपाल कल्याण सिंह की सरकारी गाड़ी के आगे लेट गए। हालांकि, बाबूजी अभी गाड़ी में नहीं हैं। समर्थकों का कहना है कि सतीश ने पांच साल तक कार्यकर्ताओं और क्षेत्र से दूरी बनाए रखी। इसलिये उनका टिकट बदलना चाहिए। सतीश की जगह किसी अन्य को टिकट मिल जाये वो स्वीकार है, सतीश गौतम नहीं।
सतीश का है विरोध
एटा के सांसद राजवीर सिंह राजू भैया का कहना है कि जिले में सतीश का विरोध है। मेरे निवास पर भी लोगों ने नारेबाजी की है। गेट बंद करने की मुझे जानकारी नहींं।
मेरी कोई नाराजगी नहीं
सांसद सतीश गौतम का कहना है कि आशीर्वाद लेने गया था, मगर बाबूजी आराम कर रहे थे। शाम को आकर मिलने का संदेश मिला है। बाबूजी के आशीर्वाद से ही मुझे टिकट मिला है। किसी भी तरह की कोई नाराजगी नहीं है।