आम सभा,भोपाल।
भेल सीटू यूनियन के पदाधिकारियों ने कैंटीन क्रमांक-1 में कर्मचारियों द्वारा बताई जा रही समस्याओं की वास्तविक स्थिति जानने हेतु कैंटीन का निरीक्षण किया। यूनियन के पदाधिकारी दोपहर 12 बजे कैंटीन पहुंचकर कर्मचारीयों के साथ भोजन किये, साथ ही उनसे प्रमुख समस्याओं के बारे में भी चर्चा किए। यूनियन के प्रवक्ता अतुल मालवीय ने बताया कि कुछ साल पहले तक भेल में तीन कैंटीनों में भोजन की व्यस्था उपलब्ध थी, जहाँ सब्सिडाइज दर पर भेल के कर्मचारियों, ठेका श्रमिकों, पशिक्षुओं को 5 रुपये व 10 रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाता था। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी की आड़ में तीनो कैंटीन को बंद कर दिया गया। इसके पश्चात वर्ष 2022 में केवल कैंटीन क्रमांक-1 को प्रारम्भ किया गया। उसमें भी थाली से ज्यादातर सामग्री कम कर दी गई है व खाने के रेट को बढ़ाकर 22 रुपये प्रति थाली कर दिया गया। रेट बढ़ाने के बावजूद भी कैंटीन से लगातार शिकायतें कर्मचारियों की ओर से यूनियन को प्राप्त हो रही हैँ। जिसमें प्रमुख रूप से कैंटीन में भोजन करते वक्त शीतल हवा की उपलब्धता व खाने में कढ़ी व रायता बढ़वाने का विषय मुख्य है। रोटी की गुडवत्ता को भी और बेहतर करने के लिए कहा जा रहा है। इन्ही सब शिकायतों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए सीटू यूनियन के पदाधिकारी कैंटीन का दौरा किये व कर्मचारियों के साथ बैठकर भोजन भी किए।
यूनियन के अध्यक्ष लोकेंद्र शेखावत ने बताया की कैंटीन में जो भी सुधार की आवश्यकता यूनियन को दिखाई दिया है वो सभी हम ने एक पत्र के माध्यम से भेल प्रबंधन को अवगत करा दिया है। आगे प्रबंधन से सकारात्मक चर्चा कर कैंटीन सुविधा को और बेहतर बनाने हेतु प्रयास किया जाएगा। आज इस मौके पर यूनियन के अध्यक्ष लोकेंद्र शेखावत, कोषाध्यक्ष शाहिद अली, वरि. उपाध्यक्ष सादिक खान, राजेश रजक, कैंटीन प्रबंधन कमेटी सदस्य कौशल किशोर वामने, पीएफ ट्रस्टी राकेश कुमार वर्मा, टाउन कमेटी मेंबर नितिन अकोदिया, मीडिया प्रभारी अतुल मालवीय, डमरुधर पिंग आदि भेक्टू सीटू यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।