– चंदेरी के बच्चो ने मध्य प्रदेश में 08 वा और 09 वा स्थान किया प्राप्त नगर पालिका सीएमओ पहुंचे टॉपर्स के घर, किया सम्मान
– घर पर ही अध्ययन करके बिना किसी ट्यूशन क्लास के हासिल की अपनी उपलब्धि
आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी। चंदेरी ट्यूशन के बिना पढ़ाई नहीं हो सकती इस बात का स्पष्ट प्रमाण नगर के बेटे अनुज पुत्र देव नारायण मिश्रा और प्रांजल पुत्र दीपक कुमार जैन के बच्चो ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। मध्य प्रदेश में 08 वा और 09 वा स्थान हासिल करने वाले छात्र अनुज मिश्रा पुत्र श्री देव नारायण मिश्रा ने प्रदेश में 08 वा स्थान और प्रांजल पुत्र दीपक कुमार जैन ने प्रदेश में 09 वा स्थान प्राप्त किया है दोनों छात्र मॉडल स्कूल चंदेरी के विद्यार्थी है। जिन्होंने प्रदेश में बिना किसी ट्यूशन क्लास के घर पर ही अध्ययन करके प्रदेश की प्रवीण सूची में स्थान प्राप्त किया है।
अनुज ने बताया कि उन्हें उनके पिता एक्सपायर होने के बाद उनके ताऊ ने ही उन्हें पडाया है और बह आगे पड़ाई करके आईएएस अधिकारी बनना चाहते है तो प्रांजल जैन ने बताया कि बह स्कूल के बाद खाली समय में घर पर ही अध्ययन करते थे उनके पिता एक शिक्षक है उन्होंने भी उसकी पढ़ाई में अहम योगदान रहा बह आईआईटी करना चाहते है। ऐतिहासिक नगरी चंदेरी के पूरे प्रदेश में इतिहास रचने वाले बच्चों का नगर पालिका सीएमओ कुवर विश्वनाथ प्रताप सिंह ने उनके घर पहुंच कर उन्हें सा- सम्मान प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया और उज्जवल भविष्य की कामना की।
साथ ही वे भविष्य में क्या करना चाहते हैं इस बारे में भी उन्होंने चर्चा की। नगर पालिका सीएमओ कुवर विश्वनाथ प्रताप सिंह ने दोनों छात्रों को संकल्प भी दिलाया कि वे आगे पढ़ाई करके अपनी शिक्षा का प्रयोग धर्म, देश, समाज और परिवार के साथ अपने हित में करेंगे। इस अवसर पर सीएमओ श्री कुवर विश्वनाथ प्रताप सिंह ने दोनों बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए देते हुए कहा कि आप सभी लोग बड़े होकर अपनी शिक्षा का प्रयोग अपने माता पिता की सेवा कर देश भर की सेवा में लगाना।
शिक्षा से प्राप्त सफलता अगर देश और माता पिता की सेवा में ना लगे तो शिक्षा का क्या मूल्य? इसलिए शिक्षा के साथ साथ संस्कार व्यापार के साथ-साथ व्यवहार और परमात्मा के साथ साथ परिवार को संभालने के लिए शिक्षा का प्रयोग करें। आपकी शिक्षा सिर्फ आपकी नहीं है बल्कि शिक्षा में माता-पिता परिवार शिक्षक और समाज का भी बहुत बड़ा योगदान होता है इसलिए इस शिक्षा को इनके हितों में लगाना। सीएमओ सिंह ने उज्जवल भविष्य के निर्माण हेतु बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहां की बड़ी सफलताओं पर पहुंचने के बाद अपने जड़ मूल को नहीं भूलना यही सही शिक्षा मानी जाएगी।
रविवार को जैसे ही माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल में कक्षा 12 के नतीजे घोषित किए हैं। जिसमें ऐतिहासिक नगरी चंदेरी की प्रतिष्ठा में एक वार फिर चार चांद लग गए। यहां के चंदेरी मॉडल स्कूल विद्यालय का पर्यावरण कुछ अलग ही है ना तो विद्यालय के शिक्षक ट्यूशन करते हैं और ना ही छात्र-छात्राओं को ट्यूशन के प्रति कोई रुझान है।
छात्र-छात्राएं स्कूल के बाद घर पर ही अध्ययन करते हैं स्कूल की तरफ से जारी अभ्यास प्रश्नों को नियमित रूप से हल करते हैं अनुशासन यहां का प्राण है सांस्कृतिक और साहित्यिक क्षेत्र में यह स्कूल सदैव अग्रणी रहता है निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में स्वीप प्लान के अंतर्गत मॉडल स्कूल चंदेरी द्वारा जारी किया गया एल्बम पूरे प्रदेश में चर्चित रहा था।
पूरे शहर में हर्ष की लहर है लोग छात्र छात्राओं स्टाफ व माता-पिता के घर जाकर बधाई दे रहे हैं चौतरफा बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं मॉडल स्कूल आकर्षक विद्यालय है राज्य स्तर पर होने वाली मॉडल स्कूल प्रवेश परीक्षा में पिछले 03 वर्षों में सर्वाधिक आवेदन मॉडल स्कूल चंदेरी में प्रवेश के लिए प्राप्त हो रहे हैं जो इस विद्यालय की बढ़ती हुई ख्याति के प्रमाण हैं हर क्षेत्र में स्कूल ने बढ़-चढ़कर सहभागिता की और सफल भी हुआ काश सभी सरकारी स्कूल ऐसे ही हो जाते। ट्यूशन का दिमाग सरकारी शिक्षा व्यवस्था को ना खा गया होता बस यही आज जनमानस को झकझोर रहे हैं।