जम्मू
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने एक बार फिर चुनाव नतीजों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) को जिम्मेदार ठहराए जाने पर अपनी नाराजगी जताई है। मंगलवार को चुनाव आयोग की टीम के साथ जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर आए अरोड़ा का कहना है कि राजनीतिक दलों ने ईवीएम को फुटबॉल बनाकर रख दिया है।
राज्य सरकार और पुलिस अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक के बाद प्रेस वार्ता में अरोड़ा ने कहा, ‘अभी कुछ महीनों पहले कर्नाटक के अलावा पांच अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव कराए गए। हर जगह अलग-अलग नतीजे आए। मैं यह कहने के लिए क्षमा मांगता हूं कि ईवीएम को फुटबॉल बनाकर रख दिया गया है। अगर रिजल्ट एक्स आता है तो ईवीएम को अच्छा और वाई आता है तो बुरा बता दिया जाता है।’
‘ईवीएम वोटिंग नहीं करता’
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम वोटिंग नहीं करता है बल्कि ये हम और आप हैं जो मतदान करते हैं। इसलिए ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह करने का कोई कारण ही नहीं है। जब भी चुनाव आते हैं तो ईवीएम को लेकर राजनीतिक दलों द्वारा सवाल उठाए जाने लगते हैं।
विपक्षी दल उठा चुके हैं सवाल
बता दें कि कांग्रेस समेत अनेक विपक्ष दल ईवीएम द्वारा चुनाव कराए जाने पर अपना विरोध जाहिर कर चुके हैं। उनका कहना है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जाती है जिससे केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को फायदा मिलता है। चुनाव आयोग कई मौकों पर ईवीएम को लेकर अपनी राय जाहिर कर चुका है कि इससे छेड़छाड़ संभव नहीं है।