हरिओम त्यागी, ग्वालियर : जय किसान फसल ऋण माफी योजना वर्तमान में प्राथमिकता वाली योजना है। इससे संबंधित विभाग तत्परता से काम करें। यह केवल एक विभाग की योजना न होकर सभी का दायित्व है कि पात्र किसानों तक योजना का लाभ पहुँचे। कोई भी पात्र किसान योजना का लाभ लेने से वंचित नहीं रहना चाहिए। परंतु यह भी ध्यान रहे कि गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। यह निर्देश कलेक्टर श्री भरत यादव ने संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
सोमवार को जय किसान फसल ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन के संबंध में बैठक रखी गई। बैठक में उप संचालक कृषि, उप पंजीयक सहकारिता, लीड बैंक मैनेजर, एसडीएम एवं जनपद सीईओ सहित अन्य जोनल ऑफीसर उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री भरत यादव ने कहा है कि जिले में लगभग 66 हजार किसानों को योजना के तहत लाभ दिया जाना है। सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में आवेदन लेने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा है कि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न आए। जोनल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में काम की मॉनीटरिंग करें। इसके साथ ही नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। वे भ्रमण कर कार्य की प्रगति का जायजा लें। कहीं भी कमी दिखाई देने पर तुरंत बताएं और कार्य को सुव्यवस्थित करवाएं।
कलेक्टर श्री यादव ने निर्देश दिए हैं कि 26 जनवरी को सूची का वाचन किया जायेगा और जो किसान छूटे हैं उनसे इसी दिन आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में भी आवेदन लिए जायेंगे। परंतु काम में तेजी लाते हुए 25 जनवरी तक किसानों के आवेदन भरवाएं। जिन किसानों के ऋण खाते आधार सीडेड नहीं हैं, उनके खाते आधार सीडेड करवाएं। अपने-अपने क्षेत्र में समस्त एसडीएम एवं जोनल अधिकारी देखें कि किस बैंक की सूची नहीं आई है। सभी काम समन्वय से करें। साथ ही जिन लोगों के द्वारा कोई गड़बड़ी की गई है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।
उपसंचालक कृषि डॉ. आनंद बड़ोनिया ने बताया कि 20 जनवरी तक 4 हजार 412 किसानों ने हरे रंग के आवेदन, 12 हजार 154 किसानों ने सफेद एवं एक हजार 22 किसानों ने गुलाबी रंग के आवेदन भरे हैं, जिसमें सर्वाधिक आवेदन भितरवार ब्लॉक से भरे गए हैं। इस पर कलेक्टर श्री भरत यादव ने कहा कि लक्ष्य के अनुसार प्रगति के लिये सभी को एकजुट होकर काम में लगना होगा। तभी तेजी से काम होगा।