रायपुर:
छत्तीसगढ़ में सियासी गलियारे में टहलने वाले एक रसूखदार बाबा और कांग्रेस विधायक के बीच बातचीत के कथित ऑडियो ने राजनीतिक तूफान ला दिया है. इससे बीजेपी पर कांग्रेस के नेताओं को तोड़ने का आरोप लग रहा है. छत्तीसगढ़ की राजनीति में चुनाव के वक्त यह खेल नया नहीं है. हर चुनाव से पहले नेताओं के ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग से जुड़े खुलासे बढ़ जाते हैं. इस बार जो ऑडियो आया है, वह राज्य के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के शुगर की बीमारी का इलाज करने वाले कंबल बाबा और कांग्रेस विधायक चिंतामणि महराज से जुड़ा बताया जाता है. इस कथित ऑडियो ने सियासी खलबली मचा दी है. दरअसल इस वायरल आडियो में सियासी रूप से खासे रसूखदार कंबल बाबा कांग्रेस के लुंड्रा विधायक चिंतामणि महाराज को बीजेपी में शामिल होने की पेशकश कर रहे हैं.इसके लिए उन्हें मंत्री पद का भी लालच देते सुने जा रहे हैं.
बाबा और विधायक के बीच क्या हुई बातचीत
वायरल हुए कथित ऑडियो में कंबल बाबा और कांग्रेस विधायक चिंतामणि महराज की बातचीत का कुछ यूं ट्रांसक्रिप्ट है.कंबल बाबा -ऐसा न कि आपकी शर्त के अनुसार आपको खर्च नहीं लगेगा, आपके हिसाब से … मैंने बोला इलेक्शन लड़ने की पूरी ज़िम्मेदारी यानी मंत्री बनाने की पूरी शर्त … अब आपकी इच्छा ..चिंतामणि महाराज – मेरे वहां जाते ही सारी फोटो आ जाएगी . इस पर कंबल बाबा बोलते हैं – मेरी बात सुनो आपकी कहीं फोटो आई तो पूरी ज़िम्मेदारी मेरी.
इस कथित आडियो में कंबल वाले बाबा ने कांग्रेस छोड़कर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके के बीजेपी प्रवेश करने का भी राज खोला है. आरोप है उइके को दस करोड़ रूपए और मंत्री पद दिए जाने के आश्वासन के साथ बीजेपी प्रवेश कराया गया है. चिंतामणि महाराज – अभी हमारे कार्यकारी अध्यक्ष को ले गये, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. इस पर कंबल बाबा बोलते हैं- वो कार्यकारी अध्यक्ष आ गये हैं, लाया नहीं गया है …मैं आपको बता देता हूं दस करोड़ में सौदा हुआ है उनको मंत्री पद भी फाइनल हो गया है.हालांकि कंबल बाबा के तमाम समीकरणों और ऑफर को सुनने के बावजूद ऑडियो में चिंतामणि महाराज यह कहते सुने जा रहे हैं कि वह कांग्रेस के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते.
कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज कंबल बाबा से कहते हैं – नहीं सुनिये न हम तो महाराजा साहब को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, फिर हम मंत्री बनें न बनें हम विधायक केवल बनें रहें उतना ही बहुत हैं. कंबल बाबा – फिर आपका कैसे करें.चिंतामणि महाराज – नहीं, मन जो बोल रहा है उसके विपरीत जाने से नुकसान होगा.इस ऑडियो के मामले में कंबल वाले बाबा से संपर्क नहीं हुआ, लेकिन कांग्रेस विधायक ने इसकी पुष्टि की. उनका कहना था कंबल बाबा ने कहा था कि आप बीजेपी में आ जाओ, हम चुनाव जिताएंगे मंत्री बनाएंगे. मेरे पास फोन आया था मैंने भी उसको सुना लेकिन न मैंने बातचीत टेप की और न ही वायरल किया. चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा मुद्दा मिला तो नेता प्रतिपक्ष, टी.एस.सिंहदेव विधायक को साथ लेकर प्रेस कांफ्रेस आयोजित की और वायरल वीडियो के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत करके जांच और कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस ऑडियो की तत्काल जांच होनी चाहिये, स्वंय संज्ञान लेकर प्रशासन को केस दर्ज करना चाहिये, निर्वाचन आयोग को भी इसकी जानकारी दी जाएगी. अगर अमित शाह यही करने आए होंगे तो सोचिये इनकी मानसिकता क्या हो सकती है, निसंदेह यही प्लानिंग होगी.
सीएम रमन बोले-बाबा से बीजेपी को संबंध नहीं
उधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कंबल बाबा और बीजेपी के बीच किसी भी संबंध से न सिर्फ इंकार किया, बल्कि उन्होंने दावा किया कि उनके 65 विधायक जीतकर आने वाले हैं. दुनिया के इतने बाबा घूम रहे हैं, इनका बीजेपी से कोई लेना- देना नहीं है न कोई मतलब. हम विधायक क्यों तोड़ेंगे, हमारे पास पहले भी विधायक हैं. इस बार 65 जीतकर आएंगे तोड़ने फोड़ने का कोई मतलब नहीं है.बता दें कि कंबल बाबा उर्फ गणेश यादव पहले छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री के वैद्य गुरु बनकर सुर्खियों में आए, कई लोगों के इलाज का दावा किया, लेकिन अब उनपर दलबदल की राजनीति में डॉक्टरी का आरोप लगा है. देखते हैं 11 दिसंबर राज्य की 90 सीटों पर जनता ऐसे लोगों का कैसा इलाज करती है.