लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच तलवारें खिंच गई हैं. भारतीय जनता पार्टी की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस बार फिर अमेठी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी गई है. BJP नेता जीवीएल नरसिम्हा राव का कहना है कि राहुल गांधी हर बार समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार ना खड़ा करने की वजह से जीतते आए हैं. उन्होंने कहा कि हम उन्हें चुनौती देते हैं कि वह अमेठी से ही चुनाव लड़ें.
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा की राजनीति में आधिकारिक एंट्री के बाद से ही इस प्रकार के कयास लगाए जाने लगे हैं कि वह खुद अमेठी से चुनाव लड़ सकती हैं. ऐसे में राहुल गांधी अपना संसदीय क्षेत्र बदल सकते हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस प्रकार का भी दावा किया जा रहा है कि राहुल रायबरेली या फिर मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से 2019 में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
आपको बता दें कि अमेठी लोकसभा सीट गांधी परिवार का गढ़ रही है. राहुल गांधी 2004 के बाद से ही अमेठी से सांसद हैं. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा था, तब खुद नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ यहां जनसभा को संबोधित किया था.
स्मृति ईरानी ने 2014 के चुनाव में राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी. चुनाव हारने के बाद से ही स्मृति ईरानी अमेठी में लगातार एक्टिव रही हैं, वह कई बार यहां पर दौरा कर चुकी हैं. लगातार वह स्थानीय लोगों से संवाद करती रही हैं, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर राहुल गांधी को स्मृति ईरानी कड़ी टक्कर दे सकती हैं.
आपको बता दें कि अमेठी में अब तक हुए 15 चुनाव में 13 बार कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, सोनिया गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी अमेठी से चुनाव जीत चुके हैं.